Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा की 199 सीटों के लिए शनिवार को करीब 69 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. दोनों ही दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी को जनादेश मिलने की उम्मीद जताई है. अधिकारियों के अनुसार, हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में राज्य में कुल 74.06 प्रतिशत मतदान हुआ था.
सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं ने दिन में मीडिया से बातचीत में विश्वास जताया कि उनकी पार्टी को जनादेश मिलेगा. मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर में कहा कि कांग्रेस के खिलाफ कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और पार्टी राज्य में फिर से सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि कोई ‘अंडरकरंट' है. ऐसा लगता है कि (कांग्रेस) सरकार दोबारा बनेगी.''
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में पत्रकारों से बातचीत में गहलोत के ‘अंडरकरंट' वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘मैं उनसे सहमत हूं. वास्तव में एक ‘अंडर करंट' है लेकिन यह भाजपा के पक्ष में है. तीन दिसंबर को कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) खिलेगा.''
जोधपुर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, ‘‘भाजपा भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है. इस बार लोग कांग्रेस के पांच साल के शासन के दौरान महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध, पेपर लीक और भ्रष्टाचार को ध्यान में रखकर वोट करेंगे.''
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य नेताओं ने राजस्थान के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की.
मतदान के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री गहलोत, केंद्रीय मंत्री शेखावत और कैलाश चौधरी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी वोट डाले. गहलोत और शेखावत ने जोधपुर में, चौधरी ने बालोतरा में, राजे ने झालावाड़ में और पायलट ने जयपुर में वोट डाला.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने चित्तौड़गढ़ में अपने मताधिकार का प्रयोग किया और पार्टी सांसद दीया कुमारी तथा राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जयपुर में मतदान किया. दीया कुमारी और राठौड़ उन सात भाजपा सांसदों में शामिल हैं जो विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
मतदान का अंतिम आंकड़ा बाद में आएगाअधिकारियों ने बताया कि शाम तक करीब 69 प्रतिशत मतदान हुआ. हालांकि अभी भी अनेक जगह मतदाता, बूथ परिसरों में हैं जिनके वोट डालने के बाद ही मत प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा आएगा. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार छह बजे तक जो भी मतदाता बूथ परिसर में पहुंच गए उन सभी को वोट डालने की अनुमति है. हालांकि छह बजे के बाद किसी भी नए व्यक्ति को बूथ परिसर में प्रवेश नहीं दिया गया.
प्रवीण गुप्ता ने बताया कि शाम छह बजे तक 68.24 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. उन्होंने कहा कि इसमें अगर डाक मत पत्रों का प्रतिशत मिला लिया जाए तो मतदान प्रतिशत 69 प्रतिशत से अधिक हो जाता है.
चुनाव अधिकारी ने बताया कि मतदान के पहले दो घंटों में करीब 10 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और सुबह 11 बजे तक यहां 25 फीसदी मतदान दर्ज किया गया जबकि अपराह्न एक बजे तक लगभग 40 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला. अपराह्न तीन बजे तक 55.63 प्रतिशत एवं पांच बजे तक 68.24 प्रतिशत मतदान हुआ.
एक गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कियाअधिकारियों ने कहा कि मतदान के दौरान जहां एक गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया, वहीं कुछ हिस्सों में विभिन्न उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच मामूली झड़प हुई. सिरोही जिले के पिंडवाड़ा आबू निर्वाचन क्षेत्र के चारवली गांव ने मतदान का बहिष्कार किया. एक अधिकारी ने कहा कि ग्रामीणों की मांग उनकी ग्राम पंचायत को बदलने और उनके गांव के पास राजमार्ग के किनारे एक ‘सर्विस रोड' के निर्माण की है. गांव में 890 मतदाता हैं. अधिकारियों ने उन्हें वोट देने के लिए मनाने की कोशिश की.
पाली जिले में एक दल के एजेंट की मौतराजस्थान के पाली जिले में एक राजनीतिक दल के एजेंट की शनिवार को मौत हो गई. अधिकारियों के अनुसार संभवत: हृदय गति रुकने के कारण एजेंट शांति लाल की मौत हुई. अधिकारियों के अनुसार, शांति लाल सुमेरपुर निर्वाचन क्षेत्र में बूथ संख्या 47 पर एक राजनीतिक पार्टी के एजेंट थे और वह वहीं गिर गए. उदयपुर के एक मतदान केन्द्र पर 62 वर्षीय मतदाता सत्येन्द्र अरोड़ा की दिल का दौरा पडने से मौत हो गई. अरोड़ा मतदान केंद्र पर गिर पड़े. परिवार के सदस्य उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
फतेहपुर और धौलपुर में झड़प और पथरावइसी तरह सीकर के फतेहपुर में दो गुटों में झड़प के बाद पथराव हुआ. पुलिस ने बताया कि यह घटना एक मतदान केंद्र के पास हुई. थानाधिकारी इंद्राज सिंह ने बताया कि बूथ संख्या 128 पर दो पक्षों के बीच पत्थरबाजी में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.
धौलपुर की बाड़ी सीट पर दो उम्मीदवारों के समर्थकों के दो समूहों के बीच झड़प हुई. धौलपुर के जिलाधिकारी अनिल कुमार अग्रवाल ने कहा, 'एक चुनाव एजेंट और एक अन्य व्यक्ति के बीच बहस हुई जिसके बाद मतदान केंद्र के बाहर पथराव और हाथापाई हुई. दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. मतदान कुछ समय के लिए रोक दिया गया जो बाद में फिर से शुरू हुआ.'
वहीं, फतेहपुर में भी दो पक्षों में झगड़ा हुआ. फतेहपुर के पुलिस उपाधीक्षक रामप्रताप ने कहा, 'मतदान केंद्र के बाहर पथराव हुआ. पथराव में एक जवान घायल हो गया. कोई आम व्यक्ति घायल नहीं हुआ. पांच-सात लोगों को हिरासत में लिया गया है.'
सांवलेर गांव में पथराव से एक पुलिसकर्मी सहित दो घायलडीग जिले के कामां के सांवलेर गांव में पथराव में एक पुलिसकर्मी सहित दो लोग घायल हो गए. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में 12 गोलियां चलाईं. डीग के पुलिस अधीक्षक बृजेश उपाध्याय ने कहा कि घटना के कारण मतदान कुछ मिनट के लिए बाधित हुआ.
वहीं, टोंक जिले के उनियारा में 40-50 लोगों ने चुनाव बूथ में घुसने की कोशिश की. पुलिस अधीक्षक राजर्षि राज ने बताया कि हालांकि स्थिति पर काबू पा लिया गया.
मतदाताओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा गया. सीकर के श्रीमाधोपुर में एक नवविवाहित जोड़ा वोट डालने पहुंचा. कल उनकी शादी हुई थी. चित्तौड़गढ़ में बिस्तर पर पड़े एक मतदाता को स्ट्रेचर पर मतदान केंद्र तक लाया गया. राज्यभर में मतदान केंद्र पर ‘सेल्फी पॉइंट' बनाए गए थे जहां लोगों-विशेषकर युवा मतदाताओं ने सेल्फी ली.
राज्य में कुल 200 सीट हैं लेकिन गंगानगर जिले की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के बाद वहां चुनाव स्थगित कर दिया गया है. राज्य की 199 सीटों पर 5.25 करोड़ से ज्यादा मतदाता एवं 1,862 उम्मीदवार हैं.
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