पटना:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ग्रामीण कार्य और पंचायतीराज मंत्री भीम सिंह के सेना और पुलिस के जवानों को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर खेद व्यक्त करते हुए इसे गलत और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। इसी के साथ नीतीश कुमार ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा है कि मंत्रियों को शहीदों का कॉफिन ग्रहण करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद होना चाहिए था।
दिल्ली से पटना लौटे मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इसका बेहद अफसोस है कि उनके मंत्रिमंडल के एक सहयोगी ने इस तरह का बयान दिया।
उन्होंने कहा कि जब वे दिल्ली में थे उनके (भीम सिंह) बयान को टीवी समाचर चैनल पर देखते ही उनसे फोन पर बात की और जो कुछ कहना था कहा और उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए खेद प्रकट किया है।
नीतीश ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में भी इस पर खेद प्रकट करते हुए कहा था कि ऐसे संवेदनशील मसले जब पूरा प्रांत और हर व्यक्ति एकजुट है। हम अपने शहीदों का सम्मान करते हैं, क्योंकि उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी है। ऐसे में उनके परिजनों की स्थिति समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के परिजनों के लिए जो कुछ संभव था करने की कोशिश की है लेकिन ऐसे मामलों में पूरे मुल्क को एकजुट रहना है।
नीतीश ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से इस तरह के हमले को रोकने के लिए सीमाओं पर जो कुछ किया जाना चाहिए उस पर केंद्र की सरकार को विचार करना चाहिए।
नीतीश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में बिहार के चार जवानों के शहीद होने की सूचना मिलते ही निर्णय लिया था कि उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के परिजनों को तत्काल अंतिम सहायता के तौर पर दस-दस लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी और उनके परिवार के लिए भविष्य में जो भी संभव होगा राज्य सरकार करेगी।
(इनपुट भाषा से भी)
दिल्ली से पटना लौटे मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि उन्हें इसका बेहद अफसोस है कि उनके मंत्रिमंडल के एक सहयोगी ने इस तरह का बयान दिया।
उन्होंने कहा कि जब वे दिल्ली में थे उनके (भीम सिंह) बयान को टीवी समाचर चैनल पर देखते ही उनसे फोन पर बात की और जो कुछ कहना था कहा और उन्होंने अपनी गलती स्वीकार करते हुए खेद प्रकट किया है।
नीतीश ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में भी इस पर खेद प्रकट करते हुए कहा था कि ऐसे संवेदनशील मसले जब पूरा प्रांत और हर व्यक्ति एकजुट है। हम अपने शहीदों का सम्मान करते हैं, क्योंकि उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी है। ऐसे में उनके परिजनों की स्थिति समझ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के परिजनों के लिए जो कुछ संभव था करने की कोशिश की है लेकिन ऐसे मामलों में पूरे मुल्क को एकजुट रहना है।
नीतीश ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से इस तरह के हमले को रोकने के लिए सीमाओं पर जो कुछ किया जाना चाहिए उस पर केंद्र की सरकार को विचार करना चाहिए।
नीतीश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में बिहार के चार जवानों के शहीद होने की सूचना मिलते ही निर्णय लिया था कि उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शहीद जवानों के परिजनों को तत्काल अंतिम सहायता के तौर पर दस-दस लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी और उनके परिवार के लिए भविष्य में जो भी संभव होगा राज्य सरकार करेगी।
(इनपुट भाषा से भी)
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