
- चुराचांदपुर में बंदूकधारियों ने चार लोगों की हत्या की.
- पीड़ितों में 60 वर्षीय महिला भी शामिल है.
- हत्या का जातीय तनाव से कोई संबंध नहीं पाया गया है.
- संभावित कारण कुकी-जो विद्रोही समूहों के बीच संघर्ष है.
मणिपुर के चुराचांदपुर में अज्ञात बंदूकधारियों ने 4 लोगों की गोली मारकर हत्या की. हत्या का जातीय तनाव से कोई संबंध नहीं है. हत्या का कारण कुकी-जो विद्रोही समूहों के बीच आपसी संघर्ष हो सकता है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने बताया कि सोमवार को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने 60 वर्षीय महिला समेत कम से कम चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह हमला दोपहर करीब 2 बजे मोंगजांग गांव के पास हुआ, जब पीड़ित कार में यात्रा कर रहे थे.
मोंगजांग चुराचांदपुर शहर से करीब 7 किलोमीटर दूर है. प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला है कि उन्हें नजदीक से गोली मारी गई.
सूत्रों ने बताया कि पीड़ितों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, यह घटना किसी और से जुड़ी हो सकती है. यह घटना जातीय तनाव नहीं बल्कि कुकी-जो विद्रोही समूहों के बीच आपसी संघर्ष है. घटनास्थल से कई खाली कारतूस बरामद किए गए हैं. अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. पुलिस और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को इलाके में भेजा गया है.
कुकी विद्रोही समूह - यूनाइटेड कुकी नेशनल लिबरेशन आर्मी (यूकेएनए) ने चुराचांदपुर जिले में चार लोगों की हत्या की जिम्मेदारी ली है. यूकेएनए ने दावा किया है कि उन्होंने अपने सशस्त्र विंग कुकी नेशनल आर्मी (केएनए) के तीन कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) कैडरों को मार डाला है, जो केंद्र के साथ संचालन निलंबन के तहत एक प्रमुख कुकी विद्रोही समूह है.
यूकेएनए के सूचना और प्रचार विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मारे गए लोगों में से एक केएनओ का डिप्टी कमांडर इन चीफ है और यह यूकेएनए नेता (तमिन हंटर और सतखोहाओ) की कथित हत्या के लिए बदला लेने की तरह था, इसके अलावा 30 से अधिक कुकी लोगों की हत्या भी की गई थी.
जिस महिला की भी हत्या हुई है, उसका केएनओ से कोई संबंध नहीं है और माना जाता है कि वह क्रॉस फायर में फंस गई थी.
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