विज्ञापन
This Article is From Oct 18, 2019

Maharashtra Assembly election 2019: चौथी कक्षा की पुस्तकों से शिवाजी का इतिहास हटाने से छिड़ा विवाद

महाराष्ट्र राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (MSCERT) ने इस विवाद के लिए ‘गलतफहमी’ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पाठ्यक्रम से शिवाजी महाराज को हटाने का कोई प्रयत्न नहीं किया गया है.

Maharashtra Assembly election 2019: चौथी कक्षा की पुस्तकों से शिवाजी का इतिहास हटाने से छिड़ा विवाद
प्रतीकात्मक तस्वीर
पुणे:

विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले महाराष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड (MIEB) की चौथी कक्षा की पुस्तकों से छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास हटाए जाने से विवाद पैदा हो गया है. इस कदम को लेकर शिक्षा विभाग की आलोचना हो रही है. वहीं महाराष्ट्र राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (MSCERT) ने इस विवाद के लिए ‘गलतफहमी' को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि पाठ्यक्रम से शिवाजी महाराज को हटाने का कोई प्रयत्न नहीं किया गया है. दूसरी ओर विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के आक्रामक तेवर देख राज्य के मंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि 17 वीं शताब्दी के मराठा योद्धा राजा का अध्याय चौथी कक्षा की इतिहास की पाठ्य पुस्तक में शामिल जाएगा. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इसकी आलोचना की है. थोराट और चव्हाण ने कहा कि यह शिवाजी के प्रति भाजपा-शिवसेना सरकार के "फर्जी" प्रेम को दर्शाता है.

पूर्व PM डॉ. मनमोहन सिंह बोले, हम सावरकर के खिलाफ नहीं, लेकिन उनकी विचारधारा...

वहीं नासिक के नंदगांव में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा, 'यह अध्याय इसलिए था ताकि चौथी कक्षा के छात्र शिवाजी महाराज के काम को समझें, लेकिन सरकार ने अब उस अध्याय को हटा दिया है.' उन्होंने कहा, 'लेकिन उस अध्याय को हटा दिया गया है... और ये लोग शिवाजी की विचारधारा के आधार पर राज्य को आगे ले जाने की बात करते हैं.' इससे पहले स्कूली शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने गुरुवार को कहा कि MIEB के पाठ्यक्रम में कक्षा चार तक अलग पाठ्यक्रम नहीं है. उन्होंने कहा कि चार साल पहले अस्तित्व में आए बोर्ड के अंतर्गत इतिहास, भूगोल और विज्ञान जैसे अलग-अलग विषय कक्षा पांच से शुरू किए जाएंगे. हालांकि मीडिया में आई खबर के अनुसार शिवाजी के जीवन और उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं को MIEB की कक्षा चार की पुस्तकों से निकाल दिया गया है.

PM मोदी पर ‘जेबकतरे' वाले बयान को लेकर BJP ने राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

MSCERT के उप निदेशक विकास गारद ने कहा, 'इस विषय पर कुछ गलतफहमी रही और अधूरी जानकारी दी गई. राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम से छत्रपति शिवाजी को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है.' उन्होंने कहा कि MIEB ने हाल ही में 81 स्कूल शुरू किए हैं.इतिहास विषय कक्षा पांच से शुरू किया जाएगा, जिसमें प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास पर जोर दिया जाएगा.' कक्षा छह से शिवाजी महाराज का विस्तृत इतिहास पढ़ाने की योजना है. महाराष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड की स्थापना तावड़े के शिक्षा मंत्री रहने के दौरान की गयी थी. वहीं, तावड़े ने कहा, ‘यदि आप कक्षा छह की पुस्तकों को देखेंगे तो आपको छत्रपति शिवाजी महाराज की उपलब्धियों का उल्लेख मिलेगा...'

Video: एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने एनडीटीवी से की खास बातचीत

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com