मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने तक नंगे पैर रहने और जूते नहीं पहनने का संकल्प लेने वाले कांग्रेस के 40 वर्षीय एक कार्यकर्ता ने मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) की उपस्थिति में अपने पैरों में 15 साल बाद जूते पहने. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'आज निवास पर राजगढ़ के कार्यकर्ता दुर्गा लाल किरार से मिलकर उन्हें जूते पहनाए, उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी तब तक जूता नहीं पहनेंगे. ऐसे कार्यकर्ताओं को सलाम है जो पूरी निष्ठा से कांग्रेस के लिए दिन रात मेहनत करते हैं.' ट्विटर पर मुख्यमंत्री ने फोटो भी शेयर की है. इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी उपस्थित थे.
आज निवास पर राजगढ़ के कार्यकर्ता श्री दुर्गा लाल किरार से मिलकर उन्हें जूते पहनाएं,
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 26, 2018
उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नही बनेगी तब तक जूता नहीं पहनेंगे ।
ऐसे कार्यकर्ताओं को सलाम है जो पूरी निष्ठा से कांग्रेस के लिए दिन रात मेहनत करते है । pic.twitter.com/qTOD1FAZ8u
प्रदेश कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि राजगढ़ से लगभग 20 किलोमीटर दूर लिम्मबोदा गांव के रहने वाले दुर्गालाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्वियज सिंह के समर्थक हैं. उन्होंने बताया कि दुर्गालाल ने 15 साल पहले प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद 2003 से अब तक पैरों में जूते नहीं पहने और नंगे पैर रहने का संकल्प लिया था. अब 15 साल बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दुर्गालाल का संकल्प पूरा हुआ और उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के निवास पर उनकी मौजूदगी में नए जूते पहने.
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में 15 साल बाद बना कोई मुस्लिम मंत्री, कमलनाथ कैबिनेट में मिली जगह
कमलनाथ ने 17 दिसंबर को प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली और मध्यप्रदेश में 15 साल के बाद कांग्रेस की सरकार बनी है. मालूम हो कि दिग्वियज सिंह वर्ष 1993 से 2003 तक कांग्रेस सरकार के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और वर्ष 2003 में कांग्रेस, विधानसभा चुनाव हार गई थी और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी. 2003 से लेकर 2018 तक वहां बीजेपी की सरकार रही और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री रहे.
यह भी पढ़ें: कमलनाथ सरकार ने की मध्य प्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी, 48 IAS अधिकारियों का किया तबादला
बता दें कि मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था. 11 दिसंबर को आए चुनाव परिणाम में प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं. उसने बसपा के दो, सपा के एक और चार अन्य निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है. उसे फिलहाल कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल है. वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली हैं.
VIDEO: मध्यप्रदेश में CM कमलनाथ ने किया कैबिनेट विस्तार
(इनपुट: भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं