कोल्लम के मंदिर में आग में दर्जनों मौते हुईं, सैंकड़ों घायल हुए थे (फाइल फोटो)
तिरूवनंतपुरम:
कोल्लम स्थित पुत्तिंगल मंदिर में पटाखों के भंडार में आग लगने के बाद हुए विस्फोट में घायल हुए 35 वर्षीय एक आदमी के शरीर से लगभग आधा किलो कंक्रीट पत्थर और टुकड़े निकाले गए हैं।
केआईएमएस में भर्ती यह व्यक्ति जीवन रक्षक प्रक्रिया के तहत गुजरा, जिसमें डॉ. मोहम्मद नजीर और डॉ मदन मोहन के नेतृत्व वाले एक दल ने उसके शरीर से आधा किलो कंक्रीट पत्थर और टुकड़े निकाले।
'उसकी चोटें युद्धक्षेत्र में हुए विस्फोट से आई चोटों जैसी'
चिकित्सकों ने कहा, ‘पीड़ित को ऐसी हालत में केआईएमएस लाया गया था कि उसकी चोटें युद्धक्षेत्र में हुए विस्फोट से आई चोटों जैसी थीं। उसे तत्काल सर्जरी के लिए ले जाया गया। सर्जरी तीन घंटे तक चली।’ अस्पताल लाए गए एक अन्य पीड़ित के फेफड़ों में किसी बाहरी वस्तु की मौजूदगी पाई गई थी।
मरीज की कुहनी क्षतिग्रस्त हो गई थी। डॉक्टर शाहजी पालानगदान और डॉक्टर मोहम्मद नजीर ने उसकी आपात सर्जरी की। सफल ऑपरेशन के जरिए उसकी जिंदगी बचाई जा सकी और अब वह खतरे से बाहर है।
एक और शख्स की सिर पर लगा था कंक्रीट का टुकड़ा
सिर पर कंक्रीट का टुकड़ा गिरने से 22 वर्षीय एक व्यक्ति के सिर में भारी चोट आई थी और उसके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा था। इस व्यक्ति को भी अस्पताल में एक बड़ी जीवन रक्षक प्रक्रिया से गुजारा गया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
केआईएमएस में भर्ती यह व्यक्ति जीवन रक्षक प्रक्रिया के तहत गुजरा, जिसमें डॉ. मोहम्मद नजीर और डॉ मदन मोहन के नेतृत्व वाले एक दल ने उसके शरीर से आधा किलो कंक्रीट पत्थर और टुकड़े निकाले।
'उसकी चोटें युद्धक्षेत्र में हुए विस्फोट से आई चोटों जैसी'
चिकित्सकों ने कहा, ‘पीड़ित को ऐसी हालत में केआईएमएस लाया गया था कि उसकी चोटें युद्धक्षेत्र में हुए विस्फोट से आई चोटों जैसी थीं। उसे तत्काल सर्जरी के लिए ले जाया गया। सर्जरी तीन घंटे तक चली।’ अस्पताल लाए गए एक अन्य पीड़ित के फेफड़ों में किसी बाहरी वस्तु की मौजूदगी पाई गई थी।
मरीज की कुहनी क्षतिग्रस्त हो गई थी। डॉक्टर शाहजी पालानगदान और डॉक्टर मोहम्मद नजीर ने उसकी आपात सर्जरी की। सफल ऑपरेशन के जरिए उसकी जिंदगी बचाई जा सकी और अब वह खतरे से बाहर है।
एक और शख्स की सिर पर लगा था कंक्रीट का टुकड़ा
सिर पर कंक्रीट का टुकड़ा गिरने से 22 वर्षीय एक व्यक्ति के सिर में भारी चोट आई थी और उसके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा था। इस व्यक्ति को भी अस्पताल में एक बड़ी जीवन रक्षक प्रक्रिया से गुजारा गया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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