केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (फाइल फोटो)
तिरुवनंतपुरम:
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने सोमवार को राज्य के 14 जिला कलेक्टरों को खुफिया शाखा द्वारा सूचीबद्ध किए गए 2010 गुंडों की 30 दिनों के अंदर गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है. यह निर्देश राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति की विपक्ष द्वारा आलोचना किए जाने के बाद आया है. कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विजयन से मांग की कि उन्हें गृह विभाग किसी अन्य मंत्री को सौंप देना चाहिए, क्योंकि वह पुलिस विभाग को तत्परता के साथ संभालने में नाकाम रहे हैं.
बीते सप्ताह एक प्रमुख मलयालम अभिनेत्री के कोच्चि में हुए 'अपहरण' के बाद हालात बदतर हो गए. इसके बाद विजयन को निर्देश देने के लिए मजबूर होना पड़ा. जिलेवार गुंडों की सूची में अलप्पुझा 336 गुंडों के साथ सबसे ऊपर है, इसके बाद कन्नूर (305) और तिरुवनंतपुरम (266) का स्थान है. विजयन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि जरूरत पड़े तो गिरफ्तारी केरल समाज विरोधी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत करें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीते सप्ताह एक प्रमुख मलयालम अभिनेत्री के कोच्चि में हुए 'अपहरण' के बाद हालात बदतर हो गए. इसके बाद विजयन को निर्देश देने के लिए मजबूर होना पड़ा. जिलेवार गुंडों की सूची में अलप्पुझा 336 गुंडों के साथ सबसे ऊपर है, इसके बाद कन्नूर (305) और तिरुवनंतपुरम (266) का स्थान है. विजयन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यदि जरूरत पड़े तो गिरफ्तारी केरल समाज विरोधी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत करें.
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