(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जम्मू:
जम्मू कश्मीर सरकार ने जांच एजेंसियों को गुरुवार को एक ऑडियो भेजा जिसमें दो लोगों को यह बातचीत करते सुना गया है कि कैसे कथित तौर पर बलात्कार के बाद मार दी गई कठुआ की आठ साल की बच्ची के नाम पर धन जुटाया गया, लेकिन उसके परिवार तक नहीं पहुंचा. ऑडियो क्लिप में दो लोगों को इस बात चर्चा करते सुना गया है कि पीड़िता के नाम पर काफी धन जुटाया गया, लेकिन जो उसके परिवार को नहीं मिला. यह ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. ऑडियो क्लिप की चर्चा में यह भी संकेत मिलता है कि लोगों में लड़ाई पहले ही शुरू हो चुकी है, जिन्होंने लड़की के नाम पर धन एकत्र करने में मदद की.
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उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने ऑडियो क्लिप को सुना है. जब यह क्लिप मेरे पास आई तो मैंने इसे जांच के लिये एजेंसियों को भेज दिया.’ उन्होंने कहा कि लड़की की ‘जघन्य और बर्बर’ हत्या की सभी पहलुओं से गहराई से जांच की जानी चाहिये.
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इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सिंह ने कहा, ‘जिसने भी ऐसा किया है, उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिये. यह दुखद है कि बच्ची के साथ ऐसा हुआ. कोई भी इंसान इस तरह का कृत्य नहीं कर सकता है. यह जघन्य है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की घटना को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है. अदालत ने इसका (मीडिया रिपोर्ट का) संज्ञान लिया है. मैं घटना का ध्रुवीकरण करने के प्रयास की निंदा करता हूं. ऐसा नहीं होना चाहिये.’ उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से न सिर्फ जम्मू कश्मीर बल्कि पूरे देश की बदनामी हुई.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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