जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने एक बड़े कार बम हमला होने से पहले ही रोक लिया. जिस कार को सुरक्षाबलों ने रोका उसमें 40 से 45 किलो आईईडी रखा हुआ था, जिससे घातक हमला हो सकता था. पुलिस ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर वाली कार के बारे में जानकारी मिलने पर गुरुवार की सुबह चेक प्वाइंटर पर गाड़ी रोकी, लेकिन कार की रफ्तार बड़ा दी और बैरिकेड्स तोड़ चल गई.
पुलवामा के राजपोरा के आयनगुंड में सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने कार बम विस्फोट करने की साजिश को नाकाम कर दिया. जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को 4-5 दिन पहले ही पता चल गया था कि एक कार में आईईडी फिट करके रखा गया है. खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली कि आतंकियों की मंशा कार बम विस्फोट कर सुरक्षाबलों के काफिलों पर आत्मघाती हमला करना था.
आज सुबह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के राजपोरा में आयनगुंड गांव में एक सड़क किनारे यह सेंट्रो कार लावारिस अवस्था में मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से अभियान छेड़ कर बम स्क्वाड की मदद से इस आईईडी को नष्ट कर दिया. सुरक्षा बलों का कहना है कि आईईडी को कार से अलग न कर पाने की स्थिति में ही इसे कार के साथ ही विस्फोट कर उड़ा देना पड़ा जिस वजह से कार के परखच्चे उड़ गए.
#WATCH J&K: In-situ explosion of the vehicle, which was carrying IED, by Police in Pulwama.
— ANI (@ANI) May 28, 2020
Major incident of vehicle-borne IED explosion was averted by Police, CRPF & Army after Pulwama Police got credible info last night that a terrorist was moving with an explosive-laden car pic.twitter.com/UnUHSYB07C
पुलिस के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने कहा, ''सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाईं, लेकिन ड्राइवर फरार हो गया. हालांकि आईईडी से भरे कार को छोड़कर गया.'' उन्होंने आगे कहा, ''हमें संभावित हमले के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. हम कल से ही IED के साथ एक वाहन की तलाश कर रहे थे.''
IED के साथ कार को बाद में बम निरोधक दस्ते द्वारा नष्ट कर दिया गया. भारी विस्फोट की वजह से इलाके में कुछ घरों को नुकसान पहुंचा. अधिकारी ने बताया कि यह आर्मी, पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेस के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन था.
पिछले साल फरवरी महीने में सीआरपीएफ के 40 जवान सुसाइड आईईडी हमले में इसी जिले में शहीद हुए थे. जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंपों को बम से तबाह कर दिया था.
पिछले दो महीनों में जम्मू-कश्मीर में कई बार आतंकी हमले हुए, जिसमें अधिकारियों समेत 30 जवानों ने अपनी जान गंवा दी. हालांकि इस दौरान सुरक्षा बलों ने 38 आतंकियों को मार गिराया.
पुलवामा में इसी महीने के शुरुआत में कश्मीर के मोस्ट वांटेड के लिस्ट में शामिल और आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन का कंमाडर आतंकी रियाज नाइकू को मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने मार गिराया था.
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