केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) और लद्दाख (Ladakh) के बीच स्विट्जरलैंड (Switzerland hill Station Davos) के दावोस शहर जैसा भव्य हिल स्टेशन बनाने की तैयारी कर रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने रविवार को इस योजना की बारीकियों को सामने रखा. लद्दाख में जोजिला सुरंग और जम्मू -कश्मीर के जेड-मोड़ के बीच 18 किलोमीटर के इलाके में इसे बसाया जाएगा.
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गडकरी ने बताया कि भारत में स्विट्जरलैंड के मशहूर दावोस शहर से कहीं अधिक सुंदर और सुरम्य हिल स्टेशन के विकास की योजना तैयार है. लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपालों के साथ इस पर अगले हफ्ते एक बैठक की जाएगी. सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम मंत्रालय के प्रभारी गडकरी ने कहा, ‘हम एक पर्वतीय शहर बसाना चाहते हैं जो दावोस (स्विट्जरलैंड) से अधिक भव्य होगा. इसे ऊंचाई वाली जोजिला सुरंग (Zojila Tunnel) ओर जेड-मोड़ (Z Morh) के बीच 18 किलोमीटर के इलाके में बसाने की योजना है. यहां एक वर्ल्ड क्लास सिटी बसाने की तैयारी है. यह प्रोजेक्ट छह साल में पूरा किया जाएगा. इसका नक्शा भी स्विट्जरलैंड के किसी वास्तुकार (आर्किटेक्ट) से बनवाया जाएगा.
श्रीनगर-करगिल-लेह मार्ग पर जोजिजा पास
जोजिला दर्रा (Zojila Pass)समुद्र तल से 11,578 मीटर की ऊंचाई पर श्रीनगर-करगिल-लेह मार्ग पर पड़ता है. दोनों केंद्रशासित प्रदेशों के एलजी की बैठक होनी है. इसके लिए जमीन शेयर पूंजी के रूप में लेने का विचार है. हिल स्टेशन के बन जाने पर जोजिला सुरंग से आवाजाही और पथ-शुल्क की वसूली बढ़ेगी.इससे लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में विकास की चाल तेज हो जाएगी और रोजगार के भारी अवसर उत्पन्न होंगे.
एशिया की सबसे बड़ी सुरंग होगी जोजिला
जोजिला सुरंग (Zojila Tunnel) का निर्माण कार्य चल रहा है और यह एशिया में सबसे बड़ी सुरंग होगी. अक्टूबर में इस सुरंग के निर्माण कार्य का उद्घाटन हुआ था. सुरंग के बन जाने से श्रीनगर और लेह के बीच रास्ता साल भर सुगम हो जाएगा और समय की भी बचत होगी. सुरंग पर 11,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. हालांकि सरकार लागत में कमी लाकर 5000 करोड़ रुपये बचाने की तैयारी कर रही है.
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