गाजा के अल शिफा अस्पताल में फ्यूल की कमी होने से बड़ा संकट पैदा हो गया है.
इजरायल और फिलिस्तीन संगठन हमास (IsraelPalestineConflict) के बीच जंग का बुधवार (15 नवंबर) को 40वां दिन है. इजरायल गाजा में हमास से आर या पार की लड़ाई लड़ रही है. ग्राउंड ऑपरेशन के दौरान बुधवार को इजरायली सेना गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के अंदर टैंक लेकर घुस गई. संयुक्त राष्ट्र (UN) के मुताबिक, अस्पताल के अंदर मरीजों, नवजातों और स्टाफ को मिलाकर करीब 2300 लोग फंसे हुए हैं.
इजरायल-हमास की जंग के 40वें दिन के 10 अपडेट
इजरायल दावा करता है कि अल-शिफा अस्पताल के नीचे हमास का हेडक्वार्टर है. इजरायल ने हमास संगठन से सरेंडर करने को कहा है. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान में इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा, "हमने अल-शिफा अस्पताल में कुछ चुनिंदा ठिकानों पर हमास के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया. हालांकि, अस्पताल के अंदर कितने सैनिक घुसे इसकी जानकारी सामने नहीं आई."
इजरायल ने कहा कि वो गाजा के अल-शिफ़ा अस्पताल के अंदर हमास के खिलाफ टारगेटेड ऑपरेशन चला रहा है. इजरायल के डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक बयान में कहा कि उन्होंने गाजा में संबंधित अधिकारियों को एक बार फिर बता दिया है कि अस्पताल के अंदर सभी सैन्य गतिविधियां 12 घंटे के भीतर बंद होनी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. IDF ने अस्पताल में हमास के लड़ाकों को सरेंडर करने के लिए भी कहा है.
एसोसिएटेड प्रेस (AP) और बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली टैंक अस्पताल परिसर के बाहर खड़े हैं. गाजा में अस्पतालों के डायरेक्टर मोहम्मद जकाउत ने न्यूज एजेंसी AP को बताया, "इजरायली टैंक अल-शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स के कैंपस में दाखिल हो चुके हैं. IDF ने इमारतों पर धावा बोल दिया है. बच्चों समेत मरीज़ डरे हुए हैं. वे चिल्ला रहे हैं. यह बहुत भयावह स्थिति है... हम मरीज़ों के लिए प्रार्थना करने के अलावा कुछ नहीं कर सकते."
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि गाजा के अल-शिफा अस्पताल में कम से कम 2300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक हैं. ये सभी भीषण लड़ाई और हवाई बमबारी में फंसे हुए हैं.
अल-शिफा अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के मुताबिक, यहां मंगलवार तक 36 बच्चों की देखभाल की जा रही थी. ये बच्चे प्री-मेच्यौर हैं और इन्हें जिंदा रखने के लिए इंक्यूबेटर की जरूरत है. अल-शिफा अस्पताल में बिजली सप्लाई बंद है. जनरेटरों के लिए फ्यूल खत्म हो गया है. इस दौरान 3 प्री-मेच्यौर बच्चों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में हालात इतने बदतर हैं कि एक ही ऐसे प्री-मेच्यौर 39 नवजात बच्चों को एक ही बेड पर रखा गया था, ताकि उन्हें एक-दूसरे के शरीर से गर्माहट मिले.
उधर, इजरायल के रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा, "सेना का उत्तरी गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कंट्रोल हो चुका है. हालांकि, हमास के लड़ाके जमीन के अंदर बनी सुरंग में छुपे हैं. हमने उन सुरंगों की पहचान कर ली है. इजरायल ने गाजा सिटी सेंटर और संसद पर भी कब्जा कर लिया."
गाजा में अब तक 12300 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, इजरायल में करीब 1400 लोगों ने जान गंवाई. ‘टाइम्स ऑफ इजरायल' की रिपोर्ट के मुताबिक- इजरायली प्रधानमंत्री जंग के बाद भी गाजा पर अपना कब्जा चाहते हैं. इसकी वजह से अरब देश अमेरिका से दूर होते जा रहे हैं.
इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों ने कहा है कि हमास के सदस्य भूमिगत सुरंगों का इस्तेमाल करके कमांड पोस्ट और बंधकों को छिपाने के लिए गाजा के अस्पतालों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर अल-शिफा अस्पताल में इजरायली ऑपरेशन के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है. हमास ने एक बयान में कहा, "हम अल-शिफा चिकित्सा परिसर पर हमले के लिए इजरायल और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पूरी तरह से जिम्मेदार मानते हैं."
जानकारी के मुताबिक, हमास की कैद में करीब 240 बंधक हैं और इन सभी को गाजा में सुरंगों में रखा गया है. इनके परिजन इजरायली संसद नीसेट पहुंचे. यहां उन्होंने संसद की अलग-अलग कमेटियों से मुलाकात की. इस दौरान सभी की एक ही मांग थी कि उनके फैमिली मेंबर्स को जल्द से जल्द हमास की कैद से निकाला जाए.