अयोध्या मामले में याचिकाकर्ता इकबाल अंसारी
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. अयोध्या के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का मामला भले ही सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हो, मगर इस पर बयानबाजियों का दौर जारी है. संघ से लेकर बीजेपी का एक बड़ा तबका है जो राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने की बात कह चुका है. मगर अभी तक इस पर सरकार की ओर से पुष्ट बयान नहीं आया है. हालांकि, अयोध्या मामले में बाबरी मस्जिद के पैरोकार इकबार अंसारी ने कहा है कि अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाता है, तो उन्हें इस पर कोई आपत्ति नहीं है.
अयोध्या मामले में याचिकाकर्ता इकबाल अंसारी का कहना है, "हमें कोई आपत्ति नहीं है, यदि राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाता है... यदि अध्यादेश लाया जाना देश के लिए अच्छा है, तो लाएं... हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, हम कर कानून का पालन करेंगे..."
वहीं, राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि वह राम मंदिर के मुद्दे पर संसद में प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे. राज्यसभा सांसद और संघ विचारक राकेश सिन्हा ने राम मंदिर निर्माण में देरी को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा था और कहा कि जो लोग बीजेपी और आरएसएस को उलाहना देते रहते हैं कि राम मंदिर की तारीख बताए, उनसे सीधा सवाल है कि क्या वे मेरे प्राइवेट मेंबर बिल का समर्थन करेंगे? उन्होंने आगे लिखा कि समय आ गया है दूध का दूध और पानी का पानी करने का. इस ट्वीट में राकेश बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यागव, सीताराम येचुरी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और चंद्रबाबू नायडू को भी टैग किया.
अयोध्या मामले में याचिकाकर्ता इकबाल अंसारी का कहना है, "हमें कोई आपत्ति नहीं है, यदि राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाता है... यदि अध्यादेश लाया जाना देश के लिए अच्छा है, तो लाएं... हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, हम कर कानून का पालन करेंगे..."
बता दें कि इससे पहले हिंदू साधु-संतों ने संत समागम में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से अध्यादेश लाने या कानून बनाने की मांग की थी. संतों ने इस बात पर जोर दिया कि अदालत को भी जन-भावनाओं का आदर करना चाहिए. समागम में राम मंदिर निर्माण के लिए आगे की रणनीति तय की गई, जिसके अनुसार, अयोध्या, दिल्ली, बेंगलुरू और नागपुर समेत विभिन्न शहरों में अगले दो महीने तक विशाल जनसभाओं का आयोजन कर जनभावना जगाई जाएगी.We have no objection if an ordinance is brought for the construction of Ram Mandir. If bringing an ordinance will be good for the country, bring it. We are law abiding citizens, we'll obey every law: Iqbal Ansari, Litigant in Ayodhya case pic.twitter.com/yKeYetOT9R
— ANI UP (@ANINewsUP) November 20, 2018
वहीं, राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि वह राम मंदिर के मुद्दे पर संसद में प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे. राज्यसभा सांसद और संघ विचारक राकेश सिन्हा ने राम मंदिर निर्माण में देरी को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा था और कहा कि जो लोग बीजेपी और आरएसएस को उलाहना देते रहते हैं कि राम मंदिर की तारीख बताए, उनसे सीधा सवाल है कि क्या वे मेरे प्राइवेट मेंबर बिल का समर्थन करेंगे? उन्होंने आगे लिखा कि समय आ गया है दूध का दूध और पानी का पानी करने का. इस ट्वीट में राकेश बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यागव, सीताराम येचुरी, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और चंद्रबाबू नायडू को भी टैग किया.
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