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चुभती, जलती गर्मी से सावधान! और आग उगलेगा सूरज, इन दिनों के लिए भीषण गर्मी का अलर्ट जारी

देश के कई राज्य इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहे है. सुबह से ही गर्मी का आलम कुछ ऐसा है कि शरीर तपने लगता है. हीटवेब से कब राहत मिलेगी, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट.

गर्मी से सावधान.

नई दिल्ली:

उत्तर भारत में गर्मी का कहर लगातार जारी है. दिल्ली-एनसीआर समेत देश के ज्यादातर हिस्से तप रहे हैं. लोगों का बाहर निकलना मुहाल हो गया है. देश के 8 राज्यों में हीटवेव (Heatwave In Country)  का संकट गहरा गया है. मंगलवार को पंजाब के भटिंडा में सबसे अधिक 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया. राजस्थान के श्री गंगानगर में दूसरा सबसे अधिक 47.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है. 

भीषण गर्मी का अलर्ट जारी, रहे सावधान

11 जून और 12 जून को दिल्ली-एनसीआर में तापमान 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. इसी के साथ मौसम विभाग ने इन दोनों दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इस दौरान दिन में तेज सतही हवाएं, धूल भरी आंधी और हीट वेव जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ेगा. 13 जून को तापमान थोड़ा गिरकर 43 डिग्री तक रहने का अनुमान है, लेकिन मौसम विभाग ने फिर भी येलो अलर्ट जारी किया है. इस दिन गर्मी के साथ नमी, तेज हवाएं, और गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे उमस, बेचैनी और अधिक बढ़ सकती है.

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भारत मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को देश के 19 शहरों में अधिकतम  तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या उससे ज़्यादा रिकॉर्ड किया गया. इनमें राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश के पांच-पांच शहर शामिल हैं.

PTI फोटो

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कब मिलेगी गर्मी से राहत

14 जून से राहत की उम्मीद है. हालांकि, बिजली-गिरने और आंधी का खतरा भी बताया गया है. मौसम विभाग के अनुसार 14 जून से मौसम में बदलाव देखने के लिए मिल सकता है. इस दिन गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है और तापमान 40 डिग्री तक गिर सकता है. हालांकि, इस दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है क्योंकि 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने, बिजली गिरने और गर्जन की आशंका बनी हुई है. 15 और 16 जून को भी गरज के साथ बारिश या रुक-रुक कर बारिश के आसार हैं. इन दिनों के लिए कोई चेतावनी नहीं दी गई है.

अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी

मौजूदा गर्मी की स्थिति के बीच दिल्ली और एनसीआर के अस्पतालों में डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और चक्कर आने की शिकायतों वाले मरीजों की संख्या में 90 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी गई है. खासकर बच्चे और युवा बड़ी संख्या में अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. डॉक्टरों ने लोगों को दिन में बाहर निकलने से बचने, पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन बढ़ाने और धूप में सीधे संपर्क से बचने की सलाह दी है. भीषण गर्मी के इस दौर में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, हल्के सूती कपड़े पहनें और बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें. मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को ध्यान में रखते हुए आम जन को सतर्क रहना बेहद जरूरी है.

भारत में हीट वेव कब घोषित होती है? जानिए मानदंड 

  • मैदानी क्षेत्र: तापमान 40°C या उससे अधिक  
  • तटीय क्षेत्र: तापमान 37°C या उससे अधिक 
  • पहाड़ी क्षेत्र: तापमान 30°C या उससे अधिक

उष्ण लहर (Heat Wave)
सामान्य तापमान से  4.5°C से 6.4°C की बढ़ोतरी

 भीषण उष्ण लहर (Severe Heat Wave)
सामान्य तापमान से 6.4°C से अधिक की बढ़ोतरी

राजस्थान में हीटवेब का रेड अलर्ट

एनडीटीवी से बातचीत में भारत मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने कहा, "राजस्थान में अत्यधिक हीट वेव की संभावना को देखते हुए RED ALERT जारी है. अभी देश में राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली- एनसीआर, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में HEAT WAVE चल रहा है"

PTI फोटो

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मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत में उष्ण लहर की स्थिति जारी रहने की संभावना है और 11-13 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर भीषण उष्ण लहर की स्थिति रहेगी. खुद को सुरक्षित रखें: पानी पिएं, धूप से बचें, सतर्क रहें!  

UP, पंजाब समेत इन जगहों पर भी हीट वेब का अलर्ट

भारत मौसम विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के मुताबिक 11 जून को पूर्वी उत्तर प्रदेश, 11-13 जून को पंजाब में, 11-12 जून को जम्मू कश्मीर- लदाख, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में उष्ण लहर चलने की संभावना है.

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देश को कब मिलेगी हीटवेब से राहत?

मौसम विभाग का कहना है कि तीन दिन बाद उत्तर भारत और पश्चिमी भारत के राज्यों में हीट वेव से थोड़ी राहत मिल सकती है, क्योंकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से इन इलाकों में बारिश की संभावना है. साथ ही, दक्षिण भारत के राज्यों में मॉनसून के फिर से तेज़ होने की संभावना है. 

12 जून के बाद बरसेंगे बदरा

डॉ. नरेश कुमार ने एनडीटीवी से कहा, "हमारा पूर्वानुमान है कि दक्षिण पश्चिम म\नसून का 3 दिन बाद फिर रिवाइवल होगा और दक्षिणी भारत के राज्यों में 12 जून के बाद भारी बारिश होगी. हमने केरल, तमिल नाडु और कोंकण-गोवा में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है".

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