
बिल्डिंग में घुसा हुआ प्लेन, पूरी इमारत आग से धुआं-धुआं. इमारत और प्लेन के अंदर मौजूद इंसानों की क्या कहें, बाहर से भी इमारत पूरी तरह जलकर खाक हो गई. कहीं प्लेन का इंजन तो कहीं पहिया गिरा. आसपास की कारें जलकर राख और दूर-दूर तक जले हुए बिखरे प्लेन के पार्ट्स मिले. शव इतनी बुरी तरह जले हुए हैं कि रोंगटे खड़े हो रहे हैं. अस्पताल ले जाए गए कुछ शव कोयला बन चुके थे. डीएनए जांच से ही उनकी शिनाख्त हो पाएगी.
आज दोपहर गुजरात के अहमदाबाद से चालक दल समेत 242 यात्री लंदन के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 से रवाना हुए होंगे तो उन्हें तनिक भी अंदाजा नहीं था कि ये सफर इतना खतरनाक होने जा रहा है. अब तक आई खबरों के अनुसार टेक ऑफ के तुरंत बाद ये हवाई अड्डे को पार करते ही एक इमारत से टकरा गया. बताया जा रहा है कि ये इमारत डॉक्टरों का हॉस्टल था. बताया जा रहा है कि विमान बहुत नीचे उड़ रहा था और यह सिविल अस्पताल और बीजे मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ के आवासीय क्वार्टर से टकरा गया. परिसर में मौजूद कई कारें और वाहन भी आग की चपेट में आ गए. हादसे की तस्वीरें डरा रही हैं. इन तस्वीरों को देखकर आप भी कांप जाएंगे.

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को पूरी दुनिया में अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी और ईंधन दक्षता के लिए जाना जाता है, लेकिन बीते कई वर्षों में इसमें कई तकनीकी और सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं भी सामने आई हैं.

अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 क्रैश होने के बाद एक बार फिर से इस एयरक्राफ्ट को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी, यहां जान सकते हैं परिजनों का हाल
विजय रूपाणी कौन हैं? एयर इंडिया विमान हादसे के बीच क्यों हो रही उनकी चर्चा

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का उपयोग लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बड़े स्तर पर दुनिया की एयरलाइनों द्वारा किया जाता है और इसे आधुनिक और कुशल विमान माना जाता है, लेकिन इसमें कई बार सुरक्षा संबंधी चिंताएं सामने आई हैं.

2013 में लिथियम-आयन बैटरी में आग लगने की घटनाओं के बाद वैश्विक स्तर पर ड्रीमलाइनर्स मॉडल के सभी विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया गया था. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में खामी के कारण जापान एयरलाइंस के जेट में आग लग गई थी.

इन घटनाओं के कारण यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) ने ड्रीमलाइनर का परिचालन तब तक के लिए स्थगित कर दिया, जब तक बोइंग ने बैटरी प्रणाली को पुनः डिजाइन नहीं कर लिया.

2024 में बोइंग फिर से जांच के दायरे में आ गई, जब कंपनी के एक इंजीनियर और व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर ने कथित तौर पर अमेरिकी सीनेट को ड्रीमलाइनर के बॉडी में संरचनात्मक समस्याओं के बारे में बताया. उन्होंने दावा किया कि छोटे गैप और अनुचित असेंबली से जल्दी घिसाव और संभावित संरचनात्मक खराबी हो सकती है. एफएए ने एक जांच शुरू की, जो अभी भी जारी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं