भारत चीन बॉर्डर पर लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में एक आर्मी ऑफिसर सहित 20 भारतीय जवानों की जान गई है. इन जवानों में झारखंड के साहिबगंज जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत डिहारी गांव के रहने वाले जवान कुंदन कुमार ओझा भी शामिल थे. उनकी उम्र महज 26 साल थी. कुंदन कुमार ओझा की 17 दिनों की बेटी है.
उनको श्रद्धांजलि देते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा, 'जब-जब देश की सीमा, संप्रुभता पर हमला हुआ है, झारखंडी सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर उसकी रक्षा की है. चीनी अतिक्रमण को मुंहतोड़ जवाब देेते हुए झारखंड के वीर सपूत कुंदन कुमार ओझा शहीद हुए. साहिबगंज जिले के डिहारी गांव के एक किसान परिवार से आने वाले कुंदन जी की शहादत को शत-शत नमन.'
जब जब देश की सीमा, संप्रभुता पर हमला हुआ है, झारखंडी सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति दे उसकी रक्षा की है।
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) June 16, 2020
चीनी अतिक्रमण को मूंहतोड़ जवाब देते हुए झारखंड के वीर सपूत कुंदन कुमार ओझा शहीद हुए।साहिबगंज जिले के डिहारी गांव के एक कृषक परिवार से आने वाले कुंदन जी के शहादत को शत शत नमन pic.twitter.com/nMQRlzey0Y
बता दें कि कुंदन कुमार के पिता रविशंकर ओझा एक किसान हैं और मां का नाम भवानी देवी है. वो तीन भाइयों, एक बहन में दूसरे नंबर पर थे. कुंदन कुमार ओझा 2011 में आर्मी में भर्ती हुए थे. उनकी भर्ती बिहार रेजिमेंट कटिहार में हुई थी. 2017 में ही उनकी शादी हुई थी. उनकी पत्नी का नाम नेहा है. उनका ससुराल बिहार के सुल्तानगंज के नीरहटी में है. उनकी 17 दिनों की बेटी है.
जवान कुंदन कुमार ओझा के परिजनों ने बताया कि वो अभी पांच महीने पहले ही घर आए थे. उनकी 15 दिन पहले घरवालों से बात हुई थी. सोमवार को हुई इस घटना की जानकारी जब घरवालों को मिली तो पूरा परिवार गमगीन हो गया. इस जवान के पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.
बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में बीती सोमवार की रात को भारतीय सेना के जवानों की चीनी सेना के जवानों के साथ हिंसक झड़प हो गई. मंगलवार को आर्मी की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि इस झड़प में 20 भारतीय जवानों की जान गई है. इसमें जान गंवाने वाले तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू और तमिलनाडु के हवलदार पिलानी भी शामिल हैं. विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह झड़प चीन की ओर से यथास्थिति को बदलने के लिए की गई एकतरफा कोशिश के चलते हुई है.
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