नई दिल्ली:
वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी अन्ना हजारे ने रविवार को कहा कि उनका संसद में पूरा विश्वास है। अन्ना हजारे ने रविवार शाम संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्हें संसद और लोकतंत्र में पूरा विश्वास है लेकिन प्रतिनिधियों के भ्रष्ट होने की सूरत में जनता के पास आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है। अन्ना हजारे ने कहा कि सख्त लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने वाली समिति पूरी पादर्शिता बरतेगी। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जनता मसौदे के निर्माण को देखेगी। इस महीने में 12 से 16 तारीख से मसौदा तैयार करने का काम प्रारंभ हो जाएगा। विधेयक को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव से मतभेद पर अन्ना हजारे ने कहा, " समिति में किरण बेदी को शामिल न किए जाने को लेकर रामदेव से मतभेद थे।" उन्होंने कहा, "किरण बेदी ने समिति में शामिल होने से इनकार कर दिया था।"