फर्जी पुलिसकर्मी बन विदेशी नागरिकों से ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बुधवार को गुरुग्राम में ऐसा ही एक मामला सामने आया. पुलिस ने गुरुवार को बताया कि 23 फरवरी को चार लोगों ने फर्जी पुलिसवाला बनकर एक उज़्बेकिस्तानी नागरिक से पूछताछ की. इस दौरान आरोपियों ने विदेशी नागरिक से 8000 अमेरिकी डॉलर और 49000 रुपये की भारतीय करेंसी लूट लिए. लूटी गई रकम मौजूदा अमेरिकी करेंसी कीमत के हिसाब से 7 लाख रुपये से ज्यादा थी.
पुलिस ने कहा कि यह घटना 19 फरवरी को रात करीब 8.10 बजे अंबेडकर चौक के पास हुई. यूनुस जॉन उर्फ ममदालिएव अपनी पत्नी और भतीजी के साथ सेक्टर 51 के एक शॉपिंग मॉल से पैदल लौट रहे थे.
यूनुस जॉन द्वारा दायर की गई शिकायत के अनुसार, उनकी 21 वर्षीय भतीजी मुयत्तर की दौरा पड़ने की मेडिकल हिस्ट्री रही है. वह 12 फरवरी को अपनी पत्नी फिरूजा के साथ मुअत्तर का इलाज कराने गुरुग्राम आए थे. इसके लिए वो सेक्टर 46 के एक गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे.
पुलिस के अनुसार, जॉन ने अपनी शिकायत में कहा, "19 फरवरी को हम सभी सेक्टर -51 मॉल में खरीदारी करने गए थे. जब हम लौट रहे थे और अंबेडकर चौक के पास पहुंचे, तो पीछे से एक काले रंग की कार आई, जिसमें चार लोग सवार थे. सामने बैठे दो लोगों ने मुझे बुलाया और उन्होंने हमें एक पुलिस पहचान पत्र भी दिखाया."
जॉन ने आगे कहा, "पीछे बैठे दोनों ने मेरी भतीजी को बुलाया और उसे अपना पासपोर्ट दिखाने के लिए कहा. जब मैंने अपना पासपोर्ट निकालने के लिए अपना हैंडबैग खोला, तो उनमें से एक ने बैग के अंदर हाथ डाला और 8,000 अमेरिकी डॉलर और 49,000 रुपये नकद निकाल लिए और भाग गए." उन्होंने यह भी कहा कि कार के रजिस्ट्रेशन नंबर का आखिरी अंक 7720 था.
जॉन ने कहा कि वह केवल गुरुवार को ही शिकायत दर्ज करा सकते हैं, क्योंकि उसका ट्रांसलेटर काम नहीं कर रहा था.
जॉन की शिकायत के बाद सेक्टर 50 पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 379-ए (स्नैचिंग) और 34 (धोखाधड़ी) के तहत दो अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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