
- आरोपी मोनोजीत मिश्रा को नौकरी से निकाल दिया गया है
- मिश्रा के सहयोगियों को भी कॉलेज से निकाल दिया गया है
- कॉलेज की सिक्योरिटी एजेंसी को हटाने का निर्णय लिया गया है
- कॉलेज की सिक्योरिटी एजेंसी को हटाने का निर्णय लिया गया है
साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की गवर्निंग बॉडी की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. आरोपी मोनोजीत मिश्रा को नौकरी से निकाल दिया गया है. बता दें कि मोनोजीत की नौकरी उसके गॉड फादर और टीएमसी एमएलए अशोक देव ने लगवाई थी. इतना ही नहीं वह खुद भी गवर्निंग बॉडी की बैठक में मौजूद थे. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि मनोजीत को नौकरी पर किस योग्यता के आधार पर रखवाया, उनसे जवाब देते नहीं बना. टीएमसी विधायक देव साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष हैं. वह जब बाहर निकल रहे थे, उसी दौरान उसने सवाल पूछा गया, लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं था.
जानकारी से मुताबिक इस वारदात में मोनोजीत मिश्रा का साथ देने वाले दोनों आरोपियों को भी कॉलेज से एक्सपेल कर दिया गया है. इसी के साथ कॉलेज में दूसरी सिक्योरिटी एजेंसी को हायर किया गया है. इतना ही नहीं स्टूडेंट्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दोपहर के 2 बजे के बाद कॉलेज में किसी को एंट्री न दिए जाने का भी फैसला लिया गया है.
बता दें कि कॉलेज में दोपहर को 2 बजे तक ही क्लास चलती हैं और इस वजह से 2 बजे के बाद एंट्री न दिए जाने का फैसला किया गया है. इसी के साथ कॉलेज में महिला गार्ड को भी तैनात किए जाने का फैसला किया गया है.
बता दें कि 25 जून को साउथ लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस को मुख्य आरोपी मोनोजीत के खिलाफ कई सबूत मिले हैं. पुलिस को कॉलेज का सीसीटीवी मिल गया है. सीसीटीवी में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा समेत तीनों आरोपी और पीड़िता दिखाई दे रहे है. पीड़ित बाहर जाती दिखाई दे रही है जबकि आरोपी उसे जबरन घसीटकर कॉलेज के भीतर ले जाते दिख रहे हैं. पुलिस को पीड़िता के शरीर पर दांत के काटने और नाखून से नोंचने के निशान मिले हैं. कॉलेज कैंपस से बाल के गुच्छे और हॉकी स्टिक भी बरामद की गई है.
मेडिकल रिपोर्ट में कौन से खुलासे?
रेप पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में उसके साथ रेप की पुष्टि हुई है. कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक, दूसरी मेडिकल रिपोर्ट में पीड़िता के गुप्तांग में जख्म पाए गए हैं. इतना ही नहीं उसकी गर्दन और छाती में भी चोट पाई गई है. मेडिकल जांच में यौन शोषण के पर्याप्त सबूत हैं. बता दें कि जांच के लिए नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने उसके शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लिए थे. पीड़िता के सिर और नाखून के हिस्सों की भी जांच की गई थी.
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