दिल्ली पुलिस ने फैजान, मोहम्मद फराज और फुरकान को गिरफ्तार किया गया है.
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने नकली एयरबैग बनाने और बाजार में बेचने वाले गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरोह से लगभग 900 ऐसे बैग बरामद किए. यह मामला तब सामने आया, जब पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में माता सुंदरी रोड के पास कुछ स्थानों पर छापेमारी की.
डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्द्धन ने कहा, "900 से अधिक एयरबैग बरामद हुए हैं. एक वर्कशॉप बनाई गई और वहां विभिन्न ब्रांड की कारों के लोगो का उपयोग करके इन नकली एयरबैग का निर्माण किया गया. बीएमडब्ल्यू, वोक्सवैगन, किआ, टोयोटा, मारुति सुजुकी उन 16 कार ब्रांडों में से थे, जिनके नकली एयरबैग बरामद किए गए हैं. “
मामले में फैजान, मोहम्मद फराज और फुरकान को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक ये लोग पिछले चार साल से नकली एयरबैग बना रहे थे और असली से आधी कीमत पर बेच रहे थे. पुलिस ने बताया कि जिन लोगों की कार के एयरबैग खराब हो जाते थे, वे उनसे आधी कीमत पर ये एयरबैग खरीदते थे. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "पहले वे स्क्रैप डीलर के रूप में काम करते थे. फिर उन्होंने एयरबैग बनाना सीखा. किसी दुर्घटना की स्थिति में, जब एयरबैग क्षतिग्रस्त हो जाने पर उन्हें ठीक से मरम्मत कराना बहुत महंगा होता है, इसलिए इन लोगों ने सोचा कि क्यों न एयरबैग बनाए जाएं? फिर ये कारों के ब्रांड का लोगो लगाकर उन्हें हैदराबाद सहित पूरे देश में विभिन्न वर्कशॉप में आपूर्ति कर रहे थे. ”
पुलिस ने सभी कार कंपनियों को पत्र लिखकर जांच में शामिल होने के लिए कहा है. पुलिस के मुताबिक एयरबैग की गुणवत्ता की जांच भी कराई जाएगी. ऑटो विशेषज्ञों का कहना है कि एयरबैग कारों की सबसे बड़ी सुरक्षा सुविधा है, और बाजार में नकली एयरबैग का प्रचलन चिंताजनक है.