कुडनकुलम रिएक्टर (फाइल फोटो)
मुंबई:
छह हजार मेगावाट के कुडनकुलम परमाणु संयंत्र का निर्माण कर रहे रूस ने आगामी इकाइयों के लिए स्थानीय आपूर्ति को बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है. रूस स्थानीय आपूर्ति की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना चाहता है. वर्तमान में रूस संयंत्र की इकाइयों में 20 प्रतिशत स्थानीय रूप से निर्मित कलपुर्जों और उपकरणों का इस्तेमाल कर रहा है. न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) की रूसी सहयोगी रोसताम, कुडनकुलम परमाणु संयंत्र के लिए वाटर-वाटर इलेक्ट्रिक रिएक्टरों की आपूर्ति कर रही है. वहां इस समय कुल 2,000 मेगावाट क्षमता (प्रत्येक इकाई 1000 मेगावाट) की दो इकाइयां लगी है.
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मुंबई में रूसी संघ के कॉन्सुल जनरल (मुख्य वाणिज्यिक दूत) आंद्रेई झिलत्सोव ने मीडिया से कहा कि पहले से ही 1000-1000 मेगावाट की दो इकाइयां काम कर रही हैं और दो अन्य पर काम चल रहा है. इन इकाइयों में स्थानीय आपूर्ति की हिस्सेदारी करीब 20 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि मास्को ने हाल ही में नई दिल्ली के साथ 5 और 6 इकाइयों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इकाई 3 और 4 का काम पूरा होने के बाद इन इकाइयों पर काम शुरू होगा.
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झिलत्सोव ने आगे कहा कि वर्तमान में रूस इन परियोजना के लिए करीब 20 प्रतिशत उपकरण स्थानीय स्तर पर खरीदे जा रहे हैं, लेकिन जब हम इकाई 5 और 6 का काम शुरू करेंगे तो स्थानीय हिस्सेदारी की खरीदी करीब 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी. पांचवीं और छठी इकाइयों के निर्माण में लगभग 50,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें से आधा का वित्तपोषण रूस ऋण के रूप में कर रहा है. तीसरी और चौथी इकाइयों पर काम पिछले साल शुरू हुआ. इन पर 39,747 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
VIDEO: कुडनकुलम परमाणु संयंत्र का काम शुरू
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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मुंबई में रूसी संघ के कॉन्सुल जनरल (मुख्य वाणिज्यिक दूत) आंद्रेई झिलत्सोव ने मीडिया से कहा कि पहले से ही 1000-1000 मेगावाट की दो इकाइयां काम कर रही हैं और दो अन्य पर काम चल रहा है. इन इकाइयों में स्थानीय आपूर्ति की हिस्सेदारी करीब 20 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि मास्को ने हाल ही में नई दिल्ली के साथ 5 और 6 इकाइयों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इकाई 3 और 4 का काम पूरा होने के बाद इन इकाइयों पर काम शुरू होगा.
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झिलत्सोव ने आगे कहा कि वर्तमान में रूस इन परियोजना के लिए करीब 20 प्रतिशत उपकरण स्थानीय स्तर पर खरीदे जा रहे हैं, लेकिन जब हम इकाई 5 और 6 का काम शुरू करेंगे तो स्थानीय हिस्सेदारी की खरीदी करीब 50 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी. पांचवीं और छठी इकाइयों के निर्माण में लगभग 50,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें से आधा का वित्तपोषण रूस ऋण के रूप में कर रहा है. तीसरी और चौथी इकाइयों पर काम पिछले साल शुरू हुआ. इन पर 39,747 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
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