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This Article is From Jun 30, 2022

महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आए, बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे ले जाएंगे : एकनाथ शिंदे

एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए हम बीजेपी के साथ आए हैं. मैं बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे लेकर जाएंगे.

महाराष्ट्र के विकास के लिए साथ आए, बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे ले जाएंगे : एकनाथ शिंदे
मुंबई:

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट ने बीजेपी के समर्थन से नई सरकार बनाने का प्रस्ताव दे दिया है. राज्यपाल ने उन्हें सीएम पद की शपथ लेने के लिए शाम साढ़े सात बजे का समय दिया है. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए हम बीजेपी के साथ आए हैं. मैं बाला साहेब के हिंदुत्व को आगे लेकर जाएंगे. एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य राज्य में विकास कार्य को आगे बढ़ाने का होगा. बीते ढाई साल से राज्य में कई विकास परियोजनाओं बंद पड़ी हैं, इन सभी परियोजाओं को हम फिर से शुरू करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमारे मन में किसी मंत्री पद का स्वार्थ नहीं था. हम जो कुछ कर रहे हैं वो राज्य के हित के लिए कर रहे हैं. हम महाअघाड़ी के साथ रहकर कुछ नहीं कर पा रहे थे. हमे राज्य के लिए काफी कुछ करना है इसलिए ये फैसला लिया गया. 

बता दें कि एकनाथ शिंदे से पहले देवेंद्र फडणवीस ने संवाददाताओं को संबोधित किया. इस दौरान एकनाथ शिंदे के अगले सीएम होने की घोषणा भी की. उन्होंने कहा कि राज्य में नई सरकार को बीजेपी का समर्थन होगा लेकिन हम सरकार का हिस्सा नहीं होंगे. लेकिन सरकार अच्छे से चले और राज्य में विकास कार्य की गति तेज हो सके इसके लिए हम साथ मिलकर काम करेंगे. कॉन्फ्रेंस के दौरान मअघाड़ी सरकार और उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमे 2019 में 105 सीटें मिली थी, उस चुनाव से पहले हमारा और शिवसेना का गठबंधन था. सरकार बनाने के लिए शविसेना ने एनसीपी कांग्रेस से गठबंधन करके बीजेपी को अलग कर दिया. उस समय जो सरकार बनी उसने बहुमत का अपमान किया. महाअघाडी सरकार ने जनादेश का अपमान किया था. ढाई साल की सरकार में मअघाड़ी के दो मंत्री जेल चले गए. ये सरकार महाभ्रष्ट सरकार थी. महाअघाड़ी के कई ऐसे नेता जिनके संबंध दाउद तक से थे. मअघाड़ी की सरकार में रोज हिन्दुत्व का अपमान होता था. उन्होंने कहा कि मैं नई सरकार का हिस्सा नहीं बनूंगा. 

देवेंद्र फडणवीस ने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने मांग की हम एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रह सकते. औऱ ये गठबंधन तोड़ा जाए. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हिन्दुत्व छोड़ दिया. और अपने विधायकों से ज्यादा कांग्रेस-एनसीपी को महत्व देने लगे थे. इसके चलते ही इन विधायकों ने अपनी आवाज बुलंद दी. मैं इसे बगावत नहीं कहूंगा. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद हम शुरू से कह रहे थे कि हम राज्य को मजबूत सरकार देने को तैयार हैं.  आज एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद के रूप में अपनी दावेदारी राज्यपाल को दिया है. बीजेपी उनके साथ खड़े हैं. हमने सभी विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा है. राज्यपाल जी एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद के शपथ के लिए साढ़े सात बजे का न्योता दिया है. आज सिर्फ एक शपथ होगा. बाद में मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाएगा. मैं सरकार से बाहर रहूंगा और सरकार को पूरा सहयोग करूंगा. इस सरकार को सफल बनाने के लिए जो जो चीज करने की जरूत होती वो सब करूंगा. मुझे भरोसा है कि पीएम मोदी ने विकास का जो पर्व शुरू किया था हम उसे और आगे बढ़ाएंगे. मैं एकनाथ शिंदे जी को बहुत बधाई देता हूं.

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