ट्रैक्टर-ट्रॉली और पैदल ही दिल्ली की तरफ बढ़ रहे कुछ किसानों को हिरासत में लिया गया है.
नई दिल्ली:
किसान संगठन दिसंबर 2023 से नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहित अपनी जमीनों के बदले बढ़ा हुआ मुआवजा और भूखंड देने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन (Farmers Protest) कर रहे हैं. गुरुवार को किसानों का प्रदर्शन तेज हो गया. नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों ने दिल्ली की तरफ कूच किया है. किसानों ने संसद का घेराव करके अपनी मांगे रखने का ऐलान किया है. किसानों के मूवमेंट की वजह से यूपी-दिल्ली हाईवे पर भयंकर जाम लग गया है. किसानों के आंदोलन को देखते हुए नोएडा एक्सप्रेस-वे (Noida Express-Way) बंद कर दिया गया है.
नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बड़े अपडेट:-
- नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, NTPC और अंसल बिल्डर के खिलाफ नोएडा के किसान 60 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके साथ 3 किसान संगठन भी हैं. NTPC में तालाबंदी हो चुकी है. हालांकि, किसानों की मांगों पर सहमति नहीं बन पाई है.
- किसान समूहों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए 7 फरवरी को किसान महापंचायत बुलाई थी. 8 फरवरी को संसद तक विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया गया था.
- किसानों की नाराजगी की वजह यह है कि उन्हें जमीन के बदले या तो मुआवजा नहीं मिला और जिन्हें मिला भी उन्हें उनकी मांग के अनुरुप नहीं मिला. साथ ही कुछ भूमिहीन परिवार भी मुआवजे की मांग कर रहे हैं. 2019 के बाद से ही नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.
- प्रदर्शन को देखते हुए जगह-जगह किसानों को रोका जा रहा है. पुलिस के साथ किसानों की नोकझोंक की सूचना आ रही है. ट्रैक्टर-ट्रॉली और पैदल ही दिल्ली की तरफ बढ़ रहे कुछ किसानों को हिरासत में लिया गया है. चिल्ला बॉर्डर से पहले प्रेरणा स्थल के पास सड़क पर गाड़ियां लगाकर किसानों को रोके जाने की खबर है. प्रशासन ने एहतियातन धारा 144 लागू किया है.
- पुलिस के समझाने के बाद किसान का समूह नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल से पीछे हटे हैं. लेकिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा, NTPC पर किसानों का प्रर्दशन जारी है.
- नोएडा-दिल्ली चिल्ला बॉर्डर पर भारी पुलिस बल से साथ बैरिकेडिंग गई है. सीमेंट ब्लॉक रखे गए हैं, ताकि किसान दिल्ली कूच करें सीमेंट ब्लॉक लगाकर ने रोका जा सके. नोएडा एक्सप्रेस-वे को भी बंद कर दिया गया है.
- रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा को 81 गांव की जमीनों पर बसाया गया है. 1997 से 2014 के बीच जमीनें अधिग्रहित हुईं. इस दौरान 16 गांव के किसानों को मुआवजा और 5 प्रतिशत विकसित प्लॉट दिए गए. बाकी गांव के किसान हाईकोर्ट चले गए. उन्होंने मुआवजा और विकसित प्लॉट देने की प्रक्रिया को चुनौती दी. जिन शर्तों पर जमीनों का अधिग्रहण हुआ था, किसानों का दावा है कि प्राधिकरण ने ये पूरी नहीं की.
- किसानों का कहना है कि अगर बात नहीं मानी गई, तो बैरिकेड से आगे बढ़ेंगे और दिल्ली कूच करेंगे. किसानों के दिल्ली कूच को सुखबीर यादव 'खलीफा नेतृत्व कर रहे हैं.
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से चिल्ला रेड लाइट होकर दिल्ली की ओर जाने वाला ट्रैफिक चिल्ला रेड लाइट पर ट्रैफिक जाम होने की वजह से डीएनडी की तरफ डायवर्ट कर दिया गया है. चिल्ला होकर दिल्ली जाने वाला ट्रैफिक चिल्ला, डीएनडी पर जाम होने के कारण महामाया फ्लाई से कालिंदी कुंज की ओर डायवर्ट किया गया है.
- नोएडा में उद्योग मार्ग के अलावा रजनीगंधा से सेक्टर-15 मेट्रो स्टेशन, चिल्ला से सेक्टर-15 मेट्रो स्टेशन, न्यू अशोक नगर, उद्योग मार्ग समेत अन्य मार्गों पर कुछ देर के लिए यातायात डायवर्जन लागू रहेगा.