
सोनिया गांधी और राहुल गांधी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
विधानसभा चुनावों में वापसी कर कांग्रेस न सिर्फ बीजेपी को हराया है, बल्कि उससे तीन राज्य छीन लिए. कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी के शानदार प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए बुधवार को कहा कि यह भाजपा की ‘नकारात्मक राजनीति' पर जीत मिली है. सोनिया की यह प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब कांग्रेस इन तीनों हिंदी भाषी प्रदेशों में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में सफल रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा की ‘नकारात्मक राजनीति पर जीत' मिली है.
दरअसल, कांग्रेस को मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में 114, राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में 99 और छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें मिली हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. हालांकि, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां राजभवन में राज्यपाल से भेंट की और मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनाने का दावा पेश किया. इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, अरूण यादव एवं विवेक तन्खा भी मौजूद थे. करीब 20 से 25 मिनट तक चली इस मुलाकात के बात दोनों नेता राजभवन से बाहर आये और वहां बड़ी संख्या में मौजूद मीडियाकर्मियों के सामने ‘विक्टरी साइन' दिखाया.
हालांकि, उन्होंने मीडिया की ओर आने का प्रयास किया, लेकिन मीडिया कर्मियों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण वे ‘विक्टरी साइन' दिखाकर वहां से चले गये. मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 230 सीटों के लिए चुनाव में इस बार किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, जिसके चलते अब राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनी है. कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.
दरअसल, कांग्रेस को मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में 114, राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में 99 और छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा में 68 सीटें मिली हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. हालांकि, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अभी तक कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ एवं प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने यहां राजभवन में राज्यपाल से भेंट की और मध्यप्रदेश में पार्टी की सरकार बनाने का दावा पेश किया. इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, अरूण यादव एवं विवेक तन्खा भी मौजूद थे. करीब 20 से 25 मिनट तक चली इस मुलाकात के बात दोनों नेता राजभवन से बाहर आये और वहां बड़ी संख्या में मौजूद मीडियाकर्मियों के सामने ‘विक्टरी साइन' दिखाया.
हालांकि, उन्होंने मीडिया की ओर आने का प्रयास किया, लेकिन मीडिया कर्मियों की संख्या बहुत ज्यादा होने के कारण वे ‘विक्टरी साइन' दिखाकर वहां से चले गये. मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए 230 सीटों के लिए चुनाव में इस बार किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, जिसके चलते अब राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनी है. कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.
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