दिल्ली पुलिस (Delhi police) ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने फ़र्ज़ी दस्तावेजों के जरिये अपने पिता के मकान को गिरवी रखकर 2.47 करोड़ का लोन ले लिया. पुलिस ने आरोपी और उसकी पत्नी को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. आर्थिक अपराध शाखा ने ज्वॉइंट कमिश्नर ओपी मिश्रा के मुताबिक, राजेन्द्र जयपुरिया ने शिकायत देते हुए बताया कि 2011 में उन्होंने नोएडा के सेक्टर 31 में अपने फंड और गाढ़ी कमाई से एक मकान खरीदा था. उस मकान के ग्राउंड फ्लोर में वे अपनी पत्नी के साथ रहने लगे जबकि फर्स्ट फ़्लोर में उनका छोटा बेटा अनुज जयपुरिया अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रह रहा था.
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वर्ष 2018 में चोलामंडलम फाइनेंस कंपनी से कुछ लोग आए और उन्होंने बताया कि इस मकान पर 2.47 करोड़ का लोन चल रहा है. जब राजेन्द्र ने पूछा कि लोन किसने लिया है तो कंपनी के लोगों ने बताया कि लोन आपके, आपकी पत्नी के नाम से मकान को गिरवी रखकर लिया गया है, जबकि लोन लेने वालों में कोऍप्लिकेन्ट्स अपना बेटा अनुज और उसकी बहू है. इसके बाद राजेन्द्र ने इसकी शिकायत पुलिस में की.
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जांच में पता चला कि राजेन्द्र के बेटे अनुज ने ही अपने माँ-बाप के फ़र्ज़ी हस्ताक्षर कर फ़र्ज़ी दस्तवेज़ों के जरिये मकान को गिरवी रख लोन लिया है. अनुज और उसकी पत्नी लंबे समय से फरार चल रहे थे,उन्हें कोर्ट ने भी भगोड़ा घोषित किया हुआ था.6 जनवरी को एक सूचना के बाद उन्हें लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया गया
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