दिल्ली हिंसा के दौरान हेड कांस्टेबल दीपक दाहिया पर पिस्टल तानने वाले और दंगे के दौरान फायरिंग करने वाले शाहरुख को क्राइम ब्रांच ने शामली से गिरफ्तार कर लिया है. जाफराबाद में शाहरुख की एक तस्वीर जिसमें वह पुलिसकर्मी पर पिस्टल ताने हुए सामने आई थी. इसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी. बताया जाता है कि शाहरुख को जिम जाने का शौक है. उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. लेकिन शाहरुख के पिता पर ड्रग पैडलर होने का केस चल रहा है. उन पर कई केस दर्ज हैं. हाल ही में वो ज़मानत पर बाहर आये हैं. शाहरुख की उम्र 27 साल है और वह सीलमपुर के चौहान बांगड़ का रहने वाला है. गौरतलब है कि दिल्ली के उत्तर-पूर्व इलाके में हुई हिंसा में दंगों में स्थानीय अपराधियों की बड़ी भूमिका रही है. ऐसे कई लोगों की पहचान भी की जा चुकी है और कई गिरफ्तार भी किये गए हैं. अपराधियों के यहां से अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद हो रहे हैं जिनका जमकर इस्तेमाल हुआ. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 80 से ज्यादा लोग गोली लगने से घायल हुए हैं. हिंसा करने वाले ज्यादातर लोग उत्तरी पूर्वी दिल्ली के ही रहने वाले हैं. अभी इन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है.
उधर दिल्ली हिंसा की गूंज संसद में भी खूब सुनाई दे रही है. लोकसभा में सोमवार को सत्तापक्ष और कांग्रेस के सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की की घटना की पृष्ठभूमि में अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को घोषणा की कि सदन में कोई भी सदस्य शोर शराबा एवं प्रदर्शन करते हुए यदि दूसरे पक्ष की सीटों की तरफ जाएगा तो उसे शेष पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। उन्होंने सदन में प्लेकार्ड लाने की भी अनुमति नहीं देने की घोषणा की. दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग पर अड़े कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष की घोषणा पर असंतोष जताते हु शोर-शराबा किया। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
सदन की बैठक सुबह 11 बजे शुरू होते ही लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया। इस बीच विपक्ष के सदस्य दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग करने लगे. बिरला ने कहा कि हम सभी ने तय किया है कि कोई भी विषय प्रश्नकाल के बाद उठाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘आज सुबह सर्वदलीय बैठक में भी चर्चा हुई कि कोई भी सदस्य चाहे वह विपक्ष के हों या सत्तापक्ष के हो.. वे (प्रदर्शन करते हुए) एक दूसरे पक्ष की सीटों की तरफ नहीं जाएंगे. अगर कोई सदस्य दूसरे पक्ष की तरफ जाते हैं तो उन्हें चालू सत्र की शेष पूरी अवधि के लिए निलंबित कर दिया जाएगा.' संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन में अनुशासन बनाने के लिए आपके नेतृत्व में निर्णय का हम तहेदिल से स्वागत करते हैं. दिल्ली हिंसा का मुद्दा शून्यकाल में उठाया जाए.
उन्होंने कहा, 'हमने कल भी कहा था कि सरकार की प्राथमिकता शांति लाने और सामान्य स्थिति बहाल करने की है. लोकसभा अध्यक्ष चर्चा के लिए जो समय तय करें, सरकार उसके लिए तैयार है. हमें कोई आपत्ति नहीं है.' इस दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और सपा समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्य दिल्ली हिंसा पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग करते रहे. सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के नेता टी आर बालू ने पहले दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग की.
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