भवानीपटना (ओडिशा):
ओडिशा के कालाहांडी जिले में अपनी पत्नी का शव कंधे पर लेकर 10 किलोमीटर तक चलने वाले दाना मांझी सोमवार को कांग्रेस की ओर से न्याय की मांग को लेकर आयोजित पदयात्रा में शामिल हुए. हालांकि मांझी ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजकों के बारे में उनको पता नहीं था.
कांग्रेस ने यह पदयात्रा मांझी के गांव मेलघर से निकाली और यह जिला मुख्यालय भवानीपटना पर संपन्न हुई. इसमें मांझी अपनी दो नाबालिग बच्चियों के साथ शामिल हुए. मांझी ने कालाहांडी के जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना भी दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास और पूर्व सांसद प्रदीप मांझी सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस पदयात्रा में भाग लिया. उधर, दाना मांझी ने कहा कि उनको पता नहीं था कि इस पदयात्रा के आयोजक कौन हैं.
उन्होंने कहा, ''मैं नहीं जानता कि इस कार्यक्रम का आयोजक कौन हैं. कांग्रेस या किसी दूसरी पार्टी के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कांग्रेस ने यह पदयात्रा मांझी के गांव मेलघर से निकाली और यह जिला मुख्यालय भवानीपटना पर संपन्न हुई. इसमें मांझी अपनी दो नाबालिग बच्चियों के साथ शामिल हुए. मांझी ने कालाहांडी के जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना भी दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री भक्त चरण दास और पूर्व सांसद प्रदीप मांझी सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस पदयात्रा में भाग लिया. उधर, दाना मांझी ने कहा कि उनको पता नहीं था कि इस पदयात्रा के आयोजक कौन हैं.
उन्होंने कहा, ''मैं नहीं जानता कि इस कार्यक्रम का आयोजक कौन हैं. कांग्रेस या किसी दूसरी पार्टी के साथ मेरा कोई संबंध नहीं है.''
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