पिता लालू प्रसाद के साथ तेजस्वी यादव (फाइल फोटो)
पटना:
बिहार की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं, विशेषकर राघोपुर का, जहां से पिछले साल विधानसभा चुनावों में उनके पुत्र और रजानीतिक उत्तराधिकारी तेजस्वी ने चुनाव जीता था.
लालू के आलोचकों का आरोप है कि उन्हें अपने बेटे के लिए आगे आना पड़ा है. क्योंकि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यूरोप में हैं, पहले तो सरकारी दौरे के लिए गए थे और फिर छुट्टियां मना रहे है, जबकि राज्य संकट में है.
आलोचक यह भी कहते हैं कि दो अन्य बाढ़ प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों, दानापुर और मनेर पर लालू का विशेष ध्यान है, क्योंकि ये दोनों पाटलीपुत्रा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं जहां से दो साल पहले बीजेपी के रमाकृपाल यादव सांसद चुने गए हैं और अब वो केंद्र में मंत्री हैं.
रामकृपाल यादव कभी लालू यादव के विश्वासपात्र सहयोगी थे. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों में जब राजद ने लालू की बेटी मीसा भारती का नाम पाटलीपुत्रा संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया तब रामकृपाल ने पार्टी से नाता तोड़ लिया.
लालू यादव ने हाल ही में घोषणा की थी कि पिछले चुनाव में रामकृपाल यादव के हाथों बुरी तरह से हारने के बावजूद मीसा भारती अगले लोकसभा चुनाव में भी अगले चुनाव में भी उतरेंगी, इस बात को नजरंदाज करते हुए कि वो राज्यसभा सांसद हैं.
मीसा भारती भी दिल्ली में हैं, और चूंकि मंत्री रामकृपाल यादव अपने संसदीय क्षेत्र का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं, लालू यादव मीसा की जगह वहां मौजूदगी दर्ज करने के लिए मजबूर हुए.
मनेर से राजद विधायक भाई विरेंद्र भी अंडमान की आधिकारिक यात्रा पर थे और उन अफवाहों के बाद कि वह खूबसूरत द्वीप पर घूमने गए हैं, वह बुधवार को ही वापस लौटे. गुरुवार को विधायक ने दावा कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के कोने-कोने का दौरा कर डाला है. हालांकि जो फजीहत होनी थी वो हो चुकी.
लालू यादव को अपने बड़े बेटे और मंत्री तेज प्रताप के लिए ऐसा नहीं करना पड़ा क्योंकि वह खुद अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ में मौजूद हैं और सरकारी अस्पतालों और अन्य स्थानों का दौरा कर रहे हैं और बाढ़ प्रभावितों को राहत सुनिश्चत कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्हें लगातार हालात की जानकारी दी जाती रही है और शुक्रवार को जब वो लौटेंगे तो अपने क्षेत्र का सघन दौरा करेंगे.
लालू के आलोचकों का आरोप है कि उन्हें अपने बेटे के लिए आगे आना पड़ा है. क्योंकि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यूरोप में हैं, पहले तो सरकारी दौरे के लिए गए थे और फिर छुट्टियां मना रहे है, जबकि राज्य संकट में है.
आलोचक यह भी कहते हैं कि दो अन्य बाढ़ प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों, दानापुर और मनेर पर लालू का विशेष ध्यान है, क्योंकि ये दोनों पाटलीपुत्रा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं जहां से दो साल पहले बीजेपी के रमाकृपाल यादव सांसद चुने गए हैं और अब वो केंद्र में मंत्री हैं.
रामकृपाल यादव कभी लालू यादव के विश्वासपात्र सहयोगी थे. लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों में जब राजद ने लालू की बेटी मीसा भारती का नाम पाटलीपुत्रा संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया तब रामकृपाल ने पार्टी से नाता तोड़ लिया.
लालू यादव ने हाल ही में घोषणा की थी कि पिछले चुनाव में रामकृपाल यादव के हाथों बुरी तरह से हारने के बावजूद मीसा भारती अगले लोकसभा चुनाव में भी अगले चुनाव में भी उतरेंगी, इस बात को नजरंदाज करते हुए कि वो राज्यसभा सांसद हैं.
मीसा भारती भी दिल्ली में हैं, और चूंकि मंत्री रामकृपाल यादव अपने संसदीय क्षेत्र का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं, लालू यादव मीसा की जगह वहां मौजूदगी दर्ज करने के लिए मजबूर हुए.
मनेर से राजद विधायक भाई विरेंद्र भी अंडमान की आधिकारिक यात्रा पर थे और उन अफवाहों के बाद कि वह खूबसूरत द्वीप पर घूमने गए हैं, वह बुधवार को ही वापस लौटे. गुरुवार को विधायक ने दावा कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के कोने-कोने का दौरा कर डाला है. हालांकि जो फजीहत होनी थी वो हो चुकी.
लालू यादव को अपने बड़े बेटे और मंत्री तेज प्रताप के लिए ऐसा नहीं करना पड़ा क्योंकि वह खुद अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ में मौजूद हैं और सरकारी अस्पतालों और अन्य स्थानों का दौरा कर रहे हैं और बाढ़ प्रभावितों को राहत सुनिश्चत कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्हें लगातार हालात की जानकारी दी जाती रही है और शुक्रवार को जब वो लौटेंगे तो अपने क्षेत्र का सघन दौरा करेंगे.
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