लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को कहा कि विभिन्न विकल्पों में संसद के नए भवन के निर्माण पर विचार शामिल है. उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय लिया जाना अभी बाकी है. बिरला ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा महसूस किया जा रहा है कि संसद के नए भवन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सांसदों समेत विभिन्न लोगों से सुझाव लेने के लिये कई समूह गठित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा संसद भवन का भी आधुनिकीकरण किया जा सकता है. बिरला ने हाल में संपन्न संसद सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर 'नए भारत' के अपने संकल्प में संसद भवन के विस्तार और आधुनिकीकरण को भी शामिल करने का अनुरोध किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि "हम सभी की" आकांक्षा है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का संसद भवन सबसे शानदार और आकर्षक होना चाहिये.
सत्रहवीं लोकसभा का पहला सेशन सन 1952 से लेकर अब तक का सबसे स्वर्णिम सत्र : ओम बिरला
बिरला ने हाल में समाप्त हुए संसद सत्र के बारे में कहा, ‘‘सत्र के दौरान एक बार भी लोकसभा की कार्यवाही स्थगित नहीं हुई जिसका नतीजा यह रहा कि सदन में निर्धारित समय से 72 घंटे अधिक कामकाज हुआ, जो 12 बैठकों के कामकाज के बराबर है.'' उन्होंने सदन के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी पार्टियों को साथ लेकर वह अपनी ओर से पूरी कोशिश करेंगे कि उनके कार्यकाल के दौरान सदन की कार्यवाही निर्बाध रूप से चले.
सबसे विशाल लोकतंत्र का संसद भवन सर्वाधिक भव्य और आकर्षक बने : ओम बिरला
बिरला ने कहा, "यदि लोकसभा ठीक से काम करती है और अधिक समय तक बैठती है, तो इससे देश में सकारात्मक संदेश जाता है." उन्होंने कहा कि सभी राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों का सम्मेलन जल्द ही आहूत किया जाएगा ताकि इस बात पर चर्चा की जाए कि राज्य विधानसभाओं के कामकाज को किस तरह बढ़ाया जा सकता है.
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