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This Article is From Jan 10, 2020

CAA को लेकर कांग्रेस और माकपा ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना, TMC को बताया BJP की 'B' टीम

'अगर तृणमूल कांग्रेस CAA और NRC के विरोध को लेकर गंभीर है, तो उसे प्रस्ताव पारित करने से किसने रोका है? ये दर्शाता है कि वह भाजपा की ''बी'' टीम बन गई है.' 

CAA को लेकर कांग्रेस और माकपा ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना, TMC को बताया BJP की 'B' टीम
ममता बनर्जी ने CAA के विरोध में सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई बैठक का बहिष्कार का ऐलान किया है
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों कांग्रेस और CPI(M) ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को बीजेपी की ''बी'' टीम करार देते हुए गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर विधानसभा में CAA के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने से जानबूझकर बचने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान ने विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सत्तारूढ़ दल ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की विपक्षी दलों की मांग को 'मनमाने ढंग' से ठुकरा दिया. उन्होंने कहा, 'अगर तृणमूल कांग्रेस CAA और NRC के विरोध को लेकर गंभीर है, तो उसे प्रस्ताव पारित करने से किसने रोका है? ये दर्शाता है कि वह भाजपा की ''बी'' टीम बन गई है.' 

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विधानसभा में विपक्ष के नेता मन्नान ने कहा कि कांग्रेस और माकपा ने CAA के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने के लिये सभी संसदीय मानदंडों का पालन किया और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय के साथ बातचीत भी की. साथ ही उन्होंने कहा, 'लेकिन आज उन्होंने कहा कि इसे पेश नहीं किया जा सकता क्योंकि मुख्यमंत्री ने पिछले साल सितंबर में विधानसभा में इस मामले पर चर्चा की थी. क्या सितंबर में CAA पारित हो गया था? हमने यह सुझाव भी दिया कि TMC द्वारा प्रस्ताव पेश किया जा सकता है. अतीत में कभी भी किसी भी सत्तारूढ़ दल ने इस तरह विधानसभा का इस्तेमाल नहीं किया.'

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वहीं, माकपा नेता सुजान सिंह चक्रवर्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी पोंजी घोटालों में शामिल लोगों को बचाने के लिये केन्द्र सरकार को खुश रखना चाहती है. चक्रवर्ती ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने कहा है कि वह 13 जनवरी को CAA के विरोध में नई दिल्ली में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं होंगी. वह बीजेपी के विभाजनकारी कानून के खिलाफ हो रही बैठक में शामिल नहीं होना चाहतीं, जिसमें सभी विपक्षी दल शामिल होंगे. बैठक होकर रहेगी, जिसके बाद वह जनता के सामने बेनकाब हो जाएंगी.' गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने कहा कि वह विश्वविद्यालयों में हिंसा और CAA के विरोध में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई बैठक का बहिष्कार करेंगी. 

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