केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट पेश किया. इस बजट में निर्मला सीतारमण ने कई बड़ी घोषणाएं की हैं. मसलन, केंद्र सरकार ने इस बार इनकम टैक्स स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में कहा कि उनकी सरकार 40 हजार रेल बोगियों को वंदे भारत ट्रेन की बोगियों की तरह ही बनाएगी. उन्होंने और भी कई बड़ी योजनाओं का अपने बजट भाषण में जिक्र किया है.
इन सब के बीच केंद्र सरकार के इस बजट के बाद अब तमाम राजनीतिक दलों की तरफ से भी रिएक्शन आना शुरू हो हो गया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बजट को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बजट है...भारत अब आगे बढ़ चुका है. 'यही समय है, सही समय है'.
#WATCH | On Interim Union Budget 2024-25, Union Minister Jyotiraditya Scindia says, "This is a historic budget...India has now moved forward. 'Yahi samay hai, sahi samay hai'..." pic.twitter.com/gYLufgwvIy
— ANI (@ANI) February 1, 2024
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दुनिया में भारत को तीसरी नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प जो पीएम मोदी ने किया है. उसी के अनुसार वित्तमंत्री का यह बजट देश की आर्थिक क्षेत्र को मजबूत करने वाला है, उद्योग की तरक्की करने वाला और रोजगार नए क्रिएट करने वाला है. इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है.
#WATCH | On Interim Budget 2024-25, Union Minister Nitin Gadkari says, "Finance Minister's Budget is aimed to strengthen India's economic sector, in line with PM Modi's resolve to make India the third largest economy of the world...This is a budget to speed up country's… pic.twitter.com/6xlg1qJ9vE
— ANI (@ANI) February 1, 2024
वहीं, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलश यादव ने इस अंतरिम बजट के बाद सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है. भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है. ये भाजपा का ‘विदाई बजट' है.
कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 1, 2024
भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा करके एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है।
ये भाजपा का ‘विदाई बजट' है।
इसी तरह केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं इस बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं. किसी भी क्षेत्र को नहीं छोड़ा गया है...आज हम अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में एक आत्मविश्वासी देश बन गए हैं.
#WATCH | On Interim Union Budget 2024, Union Minister Kiren Rijiju says, "... I thank Finance Minister Nirmala Sitharaman and PM Modi for this budget. No sector has been left out...Today we have become a confident country in the world in terms of economy.” pic.twitter.com/0asMw6amf1
— ANI (@ANI) February 1, 2024
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस अंतरिम बजट को लेकर कहा कि यह बजट 'विकसित भारत' की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. इस बजट की सबसे बड़ी घोषणा 'जय अनुसंधान' योजना है जिसके लिए आज के बजट में कॉर्पस फंड के रूप में 1 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की गई है. जो भी निजी संस्था ऋण का विकल्प चुनेगी, उन्हें 50 वर्षों के लिए ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा. इसका सीधा लाभ भारत की नई पीढ़ी को होगा... राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी गई है. इनोवेशन एक क्रांति का रूप ले चुका है.पीएम से चर्चा हुई है. नए आईआईटी और आईआईएम पर चर्चा हुई है.
#WATCH | Delhi: On Interim Budget 2024-25, Union Minister Dharmendra Pradhan says, "... This budget will prove to be a stepping stone towards a 'Viksit Bharat'. The biggest announcement of this budget is the 'Jai Anusandhan' scheme for which Rs 1 lakh crore has been announced as… pic.twitter.com/x8tO0DjE51
— ANI (@ANI) February 1, 2024
उन्होंने आगे कहा कि स्किल इंडिया के तहत देश के 1.4 करोड़ युवाओं की स्किलिंग और अप-स्किलिंग की जाएगी.तीन नए रेलवे कॉरिडोर की बात की गई है. इसका सीधा मतलब है कि कुशल जनशक्ति को अधिक रोजगार मिलेगा और लोगों की जीवनशैली में सुधार होगा. संक्षेप में, यह बजट कल्याण और धन सृजन के बीच अच्छी तरह से संतुलित है.
#WATCH | On Interim Budget 2024-25, Congress MP Karti Chidambaram says, "Mere administrative exercise to ensure that the government of India has the requisite funds to carry on its normal business until the new parliament is constituted and a new government is formed. And that's… pic.twitter.com/ms5Tsx3gqD
— ANI (@ANI) February 1, 2024
कांग्रेस से सांसद कार्ति चिदंबरम ने इस बजट को लेकर कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए महज एक प्रशासनिक कवायद है कि नई संसद के गठन और नई सरकार के गठन तक भारत सरकार के पास अपना सामान्य कामकाज चलाने के लिए आवश्यक धन हो. और यही उन्होंने किया है. इस बजट में आत्म-बधाई, आत्म-प्रशंसा वाक्यांशों को बनाने के अलावा, वहां कुछ भी नहीं है.
#WATCH | National Conference MP Farooq Abdullah on the #Budget2024
— ANI (@ANI) February 1, 2024
"The actual budget will come in July. We hope that people will benefit, tourism will increase, industries will also grow and the nation will progress..." pic.twitter.com/RZXKfunjHa
अंतरिम बजट को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्ण बजट जुलाई में आएगा. हमें उम्मीद है कि लोगों को फायदा होगा, पर्यटन बढ़ेगा, उद्योग भी बढ़ेंगे और देश प्रगति करेगा.
#WATCH | On Interim Budget 2024-25, Congress MP Shashi Tharoor says, "It was one of the shortest speeches on record in the Budget. Not very much came out of it. As usual a lot of rhetorical language, very little concrete on implementation...She talked about foreign investment… pic.twitter.com/x0AhgGSlQ4
— ANI (@ANI) February 1, 2024
इस अंतरिम बजट को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यह बजट भाषण रिकॉर्ड किए गए आज तक के सबसे छोटे बजट भाषणों में से एक था. इसमें से बहुत कुछ सामने नहीं आया. उन्होंने विदेशी निवेश के बारे में बात की, बिना यह स्वीकार किए कि निवेश में काफी कमी आई है. उन्होंने कई चीज़ों के बारे में बात की जो अस्पष्ट भाषा में हैं, जैसे 'आत्मविश्वास' और 'उम्मीद' इत्यादि. लेकिन जब ठोस आंकड़ों की बात आती है, तो बहुत कम आंकड़े उपलब्ध होते हैं.यह पूरी तरह से सामान्यताओं में छिपा होने और पर्याप्त सामग्री के बिना और अर्थव्यवस्था की विशिष्ट समस्याओं को संबोधित करने की इच्छा के मामले में एक बहुत ही निराशाजनक भाषण होगा.
आज नई संसद में पुराने ढर्रे पर पेश अंतरिम बजट केवल चुनावी ढकोसला है यह देश के किसानों,गरीबों युवा,आदिवासी,महिलाओं के साथ धोखा है भारतीय किसान यूनियन इस बजट को सिरे से नकारती है।@nsitharaman @ANI @OfficialBKU
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 1, 2024
इस बजट को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज नई संसद में पुराने ढर्रे पर पेश अंतरिम बजट केवल चुनावी ढकोसला है यह देश के किसानों,गरीबों युवा,आदिवासी,महिलाओं के साथ धोखा है भारतीय किसान यूनियन इस बजट को सिरे से नकारती है.
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