मंगलवार को बीजेपी ने बंद बुलाया था
बेंगलुरु:
मैसूर में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के मामले में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल आज कर्नाटक के गृह मंत्री से मिलेगा। इससे पहले कल बीजेपी ने हत्या के विरोध में बंद बुलाया और प्रदर्शन किया।
24 घंटे के लिए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई लेकिन इसका कोई ख़ास असर नहीं दिखा। कई जगहों पर झड़पें हुईं जिसे क़ाबू करने के लिए प्रशासन को बल प्रयोग करना पड़ा। इस बीच कल कड़ी सुरक्षा में मृतक बीजेपी कार्यकर्ता का अंतिम संस्कार किया गया।
राजू की अज्ञात लोगों ने रविवार शाम धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी। राजू अपने साथियों के साथ चाय पी रहा था तभी एक शख्स ने धारदार हथियार से उस पर हमला किया। उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद इलाके में तनाव फ़ैल गया। राजू का नाम 2009 में मैसूर में हुए सांप्रदायिक दंगों में भी सामने आया था।
मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस हत्याकांड की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। वहीं मैसूर की डिप्टी कमिश्नर सी सिक्का का कहना है कि की मृतक के परिवार को मुआवज़ा देने की रकम तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि विवादास्पद जगह पर दोनों पक्षों के दावों को सुलझाने के लिए पहले ही समिति बनाई गयी थी। कानून के दायरे में रहते हुए रास्ता निकालेगी जो कि दोनों पक्षों की रज़ामंदी से होगा और इस सिलसिले में जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।
24 घंटे के लिए पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई लेकिन इसका कोई ख़ास असर नहीं दिखा। कई जगहों पर झड़पें हुईं जिसे क़ाबू करने के लिए प्रशासन को बल प्रयोग करना पड़ा। इस बीच कल कड़ी सुरक्षा में मृतक बीजेपी कार्यकर्ता का अंतिम संस्कार किया गया।
राजू की अज्ञात लोगों ने रविवार शाम धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी। राजू अपने साथियों के साथ चाय पी रहा था तभी एक शख्स ने धारदार हथियार से उस पर हमला किया। उसे फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद इलाके में तनाव फ़ैल गया। राजू का नाम 2009 में मैसूर में हुए सांप्रदायिक दंगों में भी सामने आया था।
मैसूर के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने जानकारी दी कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस हत्याकांड की जांच सेंट्रल क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है। वहीं मैसूर की डिप्टी कमिश्नर सी सिक्का का कहना है कि की मृतक के परिवार को मुआवज़ा देने की रकम तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। साथ ही साथ उन्होंने ये भी बताया कि विवादास्पद जगह पर दोनों पक्षों के दावों को सुलझाने के लिए पहले ही समिति बनाई गयी थी। कानून के दायरे में रहते हुए रास्ता निकालेगी जो कि दोनों पक्षों की रज़ामंदी से होगा और इस सिलसिले में जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं