बालासोर मामले में भुवनेश्वर में प्रदर्शन
- ओडिशा के बालासोर में बीएड की छात्रा ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाकर आत्मदाह किया, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
- छात्रा ने आरोप लगाया था कि उसका एचओडी यौन उत्पीड़न कर रहा था, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.
- इस घटना के बाद भुवनेश्वर में बीजेपी ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.
ओडिशा के बालासोर में छात्रा की मौत का मामला राजनीतिक मुद्दा बनता दिख रहा है. इस मामले में बीजू जनता दल (बीजेडी) ने बुधवार को भवनेश्वर में विधानसभा के बाहर उग्र प्रदर्शन किया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को रोकने की हर संभव कोशिश की, लेकिन जब प्रदर्शनकारी बैरीकेड पर चढ़ने लगे तो आखिरकार पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे.
प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अगर सरकारी तंत्र ने समय रहते काम किया होता तो आज वो छात्रा जिंदा होती है. उनका कहना है कि ये किसी छात्रा की मौत नहीं बल्कि एक सिस्टम की मौत है. इस घटना से ये साफ है कि ओडिशा के कॉलेजों में छात्राएं सेफ नहीं हैं.
राहुल गांधी ने सरकार को घेरा था
आपको बता दें कि भुवनेश्वर में बीजेपी के प्रदर्शन से पहले इस मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ओडिशा सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा कि ये राज्य सरकार की विफलता है. हम इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक उनके लिए लड़ेंगे. राहुल गांधी ने इस घटना को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट भी किया है. इस पोस्ट में उन्होंने कहा कहा हैकि ओडिशा के बालासोर में इंसाफ की लड़ाई में जान गंवाने वाली बहादुर बेटी के पिता से बात की. उनकी आवाज़ में बेटी का दर्द, सपना और संघर्ष सब महसूस किया.उन्हें भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी और मैं हर कदम पर उनके साथ हैं. जो हुआ वह अमानवीय और शर्मनाक ही नहीं, पूरे समाज का ज़ख्म है.हम हर हाल में यह सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ित परिवार को पूरा न्याय मिले.
क्या है मामला
दरअसल, ये पूरा मामला यौन उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है. पीड़िता ने खुदको आग के हवाले करने से पहले आरोप लगाया था कि उसके साथ उसका एचओडी यौन उत्पीड़न कर रहा है. जब किसी ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसने कुछ दिन पहले कॉलेज के बाहर प्रदर्शन के दौरान खुदको आग के हवाले कर दिया. इस घटना में वो बुरी तरह से झुलस गई. इसके बाद उसे इलाज के एम्स भुवनेश्वर में शिफ्ट किया गया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
आपको बता दें कि पीड़िता बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय में बीएड की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी. शिक्षक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने से आहत छात्रा ने बीते शनिवार को यह कदम उठाया और वह 95 प्रतिशत तक झुलस गई थी. छात्रा का शव मंगलवार को ओडिशा के बालासोर जिले में उसके पैतृक गांव लाया गया. उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग श्मशान घाट पहुंचे. बालासोर के सांसद प्रताप सारंगी, जिले के अधिकारी और अन्य लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए. छात्रा के शव का अंतिम संस्कार उसके परिवार और अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में किया गया.
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