पटना:
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नई सरकार के गठन को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के विधायक के साथ बैठक की है.
- नीतीश कुमार करीब दो साल पहले भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गए थे. लेकिन अब उनके राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में फिर शामिल होने की खबरें सामने आ रही हैं.
- 72 वर्षीय नीतीश कुमार जेडीयू विधायकों के साथ बैठक करने के बाद बिहार के राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन के लिए रवाना हुए हैं.
- सूत्रों के अनुसार राज्यपाल सचिवालय सहित कार्यालयों को रविवार को खुले रहने का आदेश दिया गया है.
- NDA में लौटने को लेकर नीतीश कुमार गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीधी बातचीत की थी. सूत्रों ने कहा कि उन्हें यह तय करने का पूरा मौका दिया गया है कि उनका नया डिप्टी कौन होगा और उन्होंने सुशील मोदी को चुना है.
- सूत्रों ने बताया कि बिहार में सभी बीजेपी विधायक पहले ही नीतीश कुमार को समर्थन पत्र दे चुके हैं.
- नीतीश कुमार के इस्तीफे की खबरों के बीच राजद के नेताओं ने कल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर बैठक की थी.
- सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव ने बैठक में मौजूद पार्टी के नेताओं से कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'सम्माननीय' हैं. लेकिन कई चीजें हैं जो उनके 'नियंत्रण' में नहीं हैं. साथ ही उन्होंने कथित तौर पर कहा, 'बिहार में अभी खेल होना बाकी है.'
- अगर नीतीश बीजेपी के साथ जाते हैं तो एनडीए के पक्ष में 127 विधायकों का समर्थन है. वहीं एआईएमआईएम के बचे हुए एक विधायक को अगर जोड़ दें तो राजद गठबंधन के पास 115 विधायकों का समर्थन हासिल है. बिहार विधानसभा में जादुई आंकड़ा 122 है.
- नीतीश कुमार के RJD से नाता तोड़ने की अटकलों के बीच राजद ने 122 के जादुई आंकड़े तक पहुंचने के लिए 8 और विधायकों को साधने की कवायद शुरू कर दी है.
- राजद+कांग्रेस+लेफ्ट की सीटों को मिला लिया जाए तो 79+19+16 यानी 114 का नंबर बनता है. मतलब साफ है बहुमत के लिए 8 विधायकों की कमी है. लालू खेमा इन्हीं 8 विधायकों को साधने में जुट गया है.