बेंगलुरु:
बेंगलुरु पुलिस ने कर्नाटक के भटकल और बेंगलुरु से इसी साल जनवरी में गिरफ्तार इंडियन मुजाहिद्दीन के चार संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट अदालत में दायर कर दी।
इन चारों पर देशद्रोह के साथ आईपीसी की धारा 120बी, 121ए और 511 के अलावा गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13,16,18,20 और विस्फोटक अधिनियम 1908 की धारा 4,5 और 6 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।
1700 पन्नों की चार्जशीट में पुलिस ने दावा किया है कि इनमें से आरोपी नंबर एक सैयद इस्माईल अफ़ाक की शादी पकिस्तान में हुई है और अपने ससुराल वालों से मिलने के बहाने वह अक्सर कराची में रियाज़ भटकल, इक़बाल भटकल और अफीफ़ से मिला करता था। अफ़ाक को स्वचालित हथियारों को चलाने और विस्फोटकों को घातक बनाने की ख़ास ट्रेनिंग दी गई थी।
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक़ इन चारों ने साल 2010 से 2014 के बीच गिरफ्तारी से पहले देश में हुए कई धमाकों के लिए साज़ो-सामान, विस्फोटक और आतंकियों को पनाहमुहैया कराई थी।
पुलिस का दावा है कि इनके पास से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर्स, अमोनियम नाइट्रेट और असेंबल्ड सर्किट के इलावा आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद किया गया। इसी साल 8 जनवरी को पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से तक़रीबन तीन हफ्ते पहले से क्राइम ब्रांच इन लोगों पर नज़र रख रही थी और ये पुलिस रडार पर थे।
इस चार्जशीट में जहां 123 गवाहों का ज़िक्र है, वहीं कई मुख्य गवाहों का नाम और पता उनकी सुरक्षा को देखते हुए गुप्त रखा गया है।
इन चारों पर देशद्रोह के साथ आईपीसी की धारा 120बी, 121ए और 511 के अलावा गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13,16,18,20 और विस्फोटक अधिनियम 1908 की धारा 4,5 और 6 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।
1700 पन्नों की चार्जशीट में पुलिस ने दावा किया है कि इनमें से आरोपी नंबर एक सैयद इस्माईल अफ़ाक की शादी पकिस्तान में हुई है और अपने ससुराल वालों से मिलने के बहाने वह अक्सर कराची में रियाज़ भटकल, इक़बाल भटकल और अफीफ़ से मिला करता था। अफ़ाक को स्वचालित हथियारों को चलाने और विस्फोटकों को घातक बनाने की ख़ास ट्रेनिंग दी गई थी।
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक़ इन चारों ने साल 2010 से 2014 के बीच गिरफ्तारी से पहले देश में हुए कई धमाकों के लिए साज़ो-सामान, विस्फोटक और आतंकियों को पनाहमुहैया कराई थी।
पुलिस का दावा है कि इनके पास से बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर्स, अमोनियम नाइट्रेट और असेंबल्ड सर्किट के इलावा आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद किया गया। इसी साल 8 जनवरी को पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से तक़रीबन तीन हफ्ते पहले से क्राइम ब्रांच इन लोगों पर नज़र रख रही थी और ये पुलिस रडार पर थे।
इस चार्जशीट में जहां 123 गवाहों का ज़िक्र है, वहीं कई मुख्य गवाहों का नाम और पता उनकी सुरक्षा को देखते हुए गुप्त रखा गया है।
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