सबरीमाला मंदिर को लेकर गिरफ्तारी
नई दिल्ली:
भगवान अयप्पा स्वामी के दर्शन के लिए सबरीमाला मंदिर (Sabrimala Temple Issue) जा रही हिन्दू एक्यावेदी प्रदेश की वरिष्ठ नेता की गिरफ्तारी के विरोध में दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों ने शनिवार को केरल में सुबह से हड़ताल बुलाई है. विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष एस. जे. आर. कुमार ने बताया कि हिन्दू एक्यावेदी प्रदेश अध्यक्ष के. पी. शशिकला (k p sasikala ) को पुलिस ने सबरीमला (Sabrimala Temple) के निकट माराकोट्टाम से शुक्रवार देर रात करीब ढ़ाई बजे गिरफ्तार किया. कुमार ने बताया कि वह भगवान की पूजा करने के लिए पूजन सामग्री लेकर पहाड़ी पर चढ़ रही थीं, उसी दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया. कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को भी एहतियातन हिरासत में लिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि केरल सरकार सबरीमला मंदिर को नष्ट करना चाहती है.
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विहिप नेता ने कहा कि हड़ताल के दौरान जरूरी सुविधाओं और अयप्पा श्रद्धालुओं के वाहनों को नहीं रोका जाएगा. उच्चतम न्यायालय द्वारा अयप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के बाद मंदिर तीसरी बार खुला है. शनिवार से शुरू हो रही दो महीने लंबी तीर्थ यात्रा के लिए मंदिर शुक्रवार को खुला. यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 41 दिनों तक चलने वाला मंडलम उत्सव मंडला पूजा के बाद 27 दिसंबर को संपन्न होगा जब मंदिर को अथाझापूजा के बाद शाम को बंद कर दिया जाएगा. यह 30 दिसंबर को मकराविलक्कू उत्सव पर फिर से खुलेगा. मकराविलक्कू उत्सव 14 जनवरी को मनाया जाएगा जिसके बाद मंदिर 20 जनवरी को बंद हो जाएगा.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सबरीमाला मामले पर कांग्रेस और बीजेपी केरल के मुख्यमंत्री पी.विजयन द्वारा बुलाई बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गए थे. मुख्यमंत्री ने मंदिर में सभी महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रही खींचतान को लेकर यह बैठक बुलाई थी. खास बात यह है कि आज से ढाई महीनें लंबे चलने वाले 'मंडल मकराविलाकु' पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस पावन महीने के दौरान महिलाएं मंदिर में दर्शन के लिए आ सकती है. ऐसे में इसे लेकर कोई बवाल न हो इसे ध्यान में रखते हुए सीएम ने सभी पार्टी की बैठक बुलाई थी.
यह भी पढ़ें: SC ने कहा- पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई के बाद होगी जनहित याचिकाओं पर सुनवाई
इस पावन महीने में दर्शन को लेकर बीते एक सप्ताह में 500 से ज्यादा महिलाओं ने केरल पुलिस की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराया हुआ है. मुख्यमंत्री पी.विजयन ने इस पूरे विवाद के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों में इस मामले को लेकर बीजेपी के रुख के बारे मे सभी को पता चल गया है. अब यह सभी के सामने हैं कि किस तरह के बीजेपी के नेताओं को जानबूझकर इस मामले में स्थिति बिगाड़ने के लिए कोशिशें कर चुके हैं. ध्यान हो कि पिछले सप्ताह कांग्रेस और बीजेपी ने केरल में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था जिसमें कोर्ट ने 10 से 50 वर्ष की बच्ची और महिलाओं को मंदिर में घुसने की अनुमति दे दी थी.
VIDEO: आज से खुलेंगे सबरीमाला मंदिर के पट.
ध्यान हो कि केरल के सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दाखिल जनहित याचिकाओं पर SC पुनर्विचार याचिकाओं पर फैसले के बाद सुनवाई करेगा. CJI ने कहा कि अगर पुनर्विचार याचिकाएं खारिज करेंगे तो हम जनहित याचिकाओं को सुनेंगे. अगर पुनर्विचार याचिकाओं को सुनेंगे तो इनको भी टैग कर देंगे. आपको बता दें कि मंगलवार को तीन बजे चेंबर में पांच जजों की बेंच 49 पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. (इनपुट भाषा से)
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विहिप नेता ने कहा कि हड़ताल के दौरान जरूरी सुविधाओं और अयप्पा श्रद्धालुओं के वाहनों को नहीं रोका जाएगा. उच्चतम न्यायालय द्वारा अयप्पा स्वामी मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दिए जाने के बाद मंदिर तीसरी बार खुला है. शनिवार से शुरू हो रही दो महीने लंबी तीर्थ यात्रा के लिए मंदिर शुक्रवार को खुला. यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. 41 दिनों तक चलने वाला मंडलम उत्सव मंडला पूजा के बाद 27 दिसंबर को संपन्न होगा जब मंदिर को अथाझापूजा के बाद शाम को बंद कर दिया जाएगा. यह 30 दिसंबर को मकराविलक्कू उत्सव पर फिर से खुलेगा. मकराविलक्कू उत्सव 14 जनवरी को मनाया जाएगा जिसके बाद मंदिर 20 जनवरी को बंद हो जाएगा.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सबरीमाला मामले पर कांग्रेस और बीजेपी केरल के मुख्यमंत्री पी.विजयन द्वारा बुलाई बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर निकल गए थे. मुख्यमंत्री ने मंदिर में सभी महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रही खींचतान को लेकर यह बैठक बुलाई थी. खास बात यह है कि आज से ढाई महीनें लंबे चलने वाले 'मंडल मकराविलाकु' पावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. इस पावन महीने के दौरान महिलाएं मंदिर में दर्शन के लिए आ सकती है. ऐसे में इसे लेकर कोई बवाल न हो इसे ध्यान में रखते हुए सीएम ने सभी पार्टी की बैठक बुलाई थी.
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इस पावन महीने में दर्शन को लेकर बीते एक सप्ताह में 500 से ज्यादा महिलाओं ने केरल पुलिस की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण कराया हुआ है. मुख्यमंत्री पी.विजयन ने इस पूरे विवाद के लिए बीजेपी और आरएसएस को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों में इस मामले को लेकर बीजेपी के रुख के बारे मे सभी को पता चल गया है. अब यह सभी के सामने हैं कि किस तरह के बीजेपी के नेताओं को जानबूझकर इस मामले में स्थिति बिगाड़ने के लिए कोशिशें कर चुके हैं. ध्यान हो कि पिछले सप्ताह कांग्रेस और बीजेपी ने केरल में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था जिसमें कोर्ट ने 10 से 50 वर्ष की बच्ची और महिलाओं को मंदिर में घुसने की अनुमति दे दी थी.
VIDEO: आज से खुलेंगे सबरीमाला मंदिर के पट.
ध्यान हो कि केरल के सबरीमला मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दाखिल जनहित याचिकाओं पर SC पुनर्विचार याचिकाओं पर फैसले के बाद सुनवाई करेगा. CJI ने कहा कि अगर पुनर्विचार याचिकाएं खारिज करेंगे तो हम जनहित याचिकाओं को सुनेंगे. अगर पुनर्विचार याचिकाओं को सुनेंगे तो इनको भी टैग कर देंगे. आपको बता दें कि मंगलवार को तीन बजे चेंबर में पांच जजों की बेंच 49 पुनर्विचार याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. (इनपुट भाषा से)
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