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This Article is From Jan 21, 2014

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धरना वापस लिया, दो पुलिसकर्मी छुट्टी पर भेजे गए

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धरना वापस लिया, दो पुलिसकर्मी छुट्टी पर भेजे गए
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस के तीन अधिकारियों के निलंबन की मांग को लेकर सोमवार से धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आखिरकार अपना धरना खत्म कर दिया। दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग की अपील पर अरविंद केजरीवाल ने धरना खत्म करने का फैसला किया है। इस बीच, खबर आ रही है कि केजरीवाल के मांग को कुछ हद तक मानते हुए मालवीय नगर के एसएचओ और पहाड़गंज के पीसीआर इंचार्ज को छुट्टी पर भेज दिया गया है, केजरीवाल इनके निलंबन की मांग कर रहे थे।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धरना वापस लेने का औपचारिक रूप से ऐलान करते हुए कहा, 'हम उपराज्यपाल का सम्मान करते है और उनकी अपील पर धरना खत्म किया गया। उन्होंने आंशिक रूप से हमारी मांगें मान ली है।'

केजरीवाल ने बताया की मालवीय नगर के एसएचओ और पहाड़गंज के पीसीआर इंचार्ज को छुट्टी पर भेज दिया गया है। सागरपुर में महिला को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने इसे दिल्ली वालों की जीत बताया और कहा है कि दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा हासिल करने की दिशा में यह हमारा पहला कदम है।

इसके साथ ही केजरीवाल ने लाठीचार्ज के लिए पुलिस की आलोचना की और मेट्रो बंद रहने की वजह से दिल्ली के लोगों को हुई दिक्कतों के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, 'हमारे कुछ कार्यकर्ता, एक पुलिसकर्मी और एक पत्रकार घायल हुए हैं। मैं इन घटनाओं की निंदा करता हूं।'

इससे पहले मंगलवार दिन में केजरीवाल ने अपने रुख से पीछे नहीं हटने का संकेत देते हुए गतिरोध टालने के लिए केंद्र से समझौते से इनकार किया था और आगाह किया कि राजपथ को लाखों समर्थकों से भर दिया जाएगा, जिससे गणतंत्र दिवस समारोह में अवरोध उत्पन्न हो सकता है।

केंद्र सरकार से समझौते के तहत मालवीय नगर के थाना प्रभारी और पहाड़गंज के पीसीआर वैन प्रभारी को छुट्टी पर भेजे जाने के साथ फिलहाल दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच टकराव समाप्त होने का रास्ता साफ हो गया है। मालवीय नगर के थाना प्रभारी ने कानून मंत्री सोमनाथ भारती के आदेश पर कथित तौर पर मादक पदार्थों की बिक्री और देहव्यापार करने वाले एक गिरोह को पकड़ने के लिए छापा मारने से मना कर दिया था। वहीं पिछले हफ्ते पहाड़गंज क्षेत्र में डेनमार्क की महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना की पृष्ठभूमि में पीसीआर वैन प्रभारी को छुट्टी पर भेजा गया है। समझौते में केजरीवाल की मांग आधी ही पूरी हुई है। उन्होंने इन दोनों घटनाओं के साथ एक लड़की को कथित तौर पर उसके ससुराल वालों द्वारा जलाए जाने की घटना के सिलसिले में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पुलिस ने एक महिला के साथ दुष्कर्म के मामले में दोषियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह भी उनकी मांगों में शामिल थी।

उपराज्यपाल ने केजरीवाल से धरना समाप्त करने का आग्रह करते हुए कहा कि पुलिस की कथित निष्क्रियता के मामले में न्यायिक जांच में तेजी लाई जाएगी। जंग ने केजरीवाल से गणतंत्र दिवस के मौके और सुरक्षा स्थिति का ध्यान रखते हुए धरने से हटने का अनुरोध किया था। केजरीवाल ने उनके पत्र को पढ़कर सुनाया।

इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई से इनकार कर दिया था, जिसके बाद केजरीवाल ने मांग में नरमी लाते हुए पुलिसकर्मियों के तबादले की बात कही। संभावित सफलता का पहला संकेत उस समय मिला, जब आप के एक वरिष्ठ नेता ने उपराज्यपाल के साथ टेलीफेान पर बातचीत की। तत्काल आप के शीर्ष नेताओं की बैठक पास के प्रेस क्लब में हुई जिसमें पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति शामिल थी। आधे घंटे की बैठक के बाद केजरीवाल धरनास्थल पर लौटे और धरना वापस लेने से पहले अपने समर्थकों को संबोधित किया और धरना खत्म करने का ऐलान किया।

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