प्रतीकात्मक तस्वीर
जम्मू:
भारतीय जवान का शव क्षत-विक्षत किए जाने की पाकिस्तानी सेना की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के जवाब में भारतीय सेना ने आज नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी चौकियों पर भारी गोलीबारी की.
सेना ने कहा, पूंछ, रजौरी, केल और माछिल सेक्टर में पूरी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया गया. पाकिस्तानी चौकियों पर इस हमले में 120 एमएम के भारी मोर्टार और मशीन गनों का इस्तेमाल किया गया.
सेना ने कहा कि आज की यह कार्रवाई इस बात का सीधा संदेश है कि शवों के साथ इस तरह की विभत्स कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भारत की ओर से तुरंत और करारा जवाब दिया जाएगा.
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा के माछिल में तीन भारतीय जवानों की हत्या कर दी और इनमें से एक के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था. शहीद हुए जवानों में मनोज कुमार कुशवाहा, प्रभु सिंह और शशांक कुमार सिंह शामिल हैं.
सेना ने पलटवार करने की बात करते हुए कहा है कि इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. प्रवक्ता ने कहा कि 'इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को सह-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने इन हत्याओं के बारे में जानकारी दी. पर्रिकर ने ट्वीट किया, 'सैनिकों की कायरतापूर्ण और बर्बर हत्या किए जाने तथा एक जवान के शव को क्षत-विक्षत करने की हम भर्त्सना करते हैं. इन बहादुर जवानों के बलिदान को सलाम.'
माना जाता है कि घुसपैठिये पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम के सदस्य थे और संभवत: वे बचकर निकल गए. दोपहर के करीब 12 से 1 बजे के आसपास जब भारतीय सैनिक एलओसी पर गश्त लगा रहे थे, तो पाकिस्तानी सैनिकों ने पहले सीजफायर का उल्लंघन किया, फिर इसी दौरान फायरिंग की आपाधापी में तीन जवानों की ये टीम अपनी पेट्रोलिंग टीम से बिछड़ गई. घने जंगल का फायदा उठाकर घात लगाकर बैठे पाक बार्डर एक्शन टीम ने इन जवानों पर हमला बोल दिया. हमले में तीन जवान शहीद हो गए. इस इलाके में भारतीय चौकियां पाकिस्तान सीमा के करीब हैं और बीहड़ इलाके तथा घने जंगल होने के कारण घुसपैठियों को फायदा मिल जाता है.
पिछले महीने भी इसी इलाके में एक भारतीय जवान के शव के साथ बर्बर व्यवहार किया था. आतंकियों ने सेना के जवान मनदीप सिंह के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था और पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आड़ में वे पाक अधिकृत कश्मीर में वापस घुस गए थे.
सितंबर में जब नियंत्रण रेखा के पार भारतीय सेना ने आतंकियों के लांचिंग पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तब से पाकिस्तान की तरफ से बार-बार की जा रही फायरिंग में अब तक 17 भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं. पाकिस्तान की तरफ से अब तक 130 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जा चुका है.
सेना ने कहा, पूंछ, रजौरी, केल और माछिल सेक्टर में पूरी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया गया. पाकिस्तानी चौकियों पर इस हमले में 120 एमएम के भारी मोर्टार और मशीन गनों का इस्तेमाल किया गया.
सेना ने कहा कि आज की यह कार्रवाई इस बात का सीधा संदेश है कि शवों के साथ इस तरह की विभत्स कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भारत की ओर से तुरंत और करारा जवाब दिया जाएगा.
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के कमांडो ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास कुपवाड़ा के माछिल में तीन भारतीय जवानों की हत्या कर दी और इनमें से एक के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था. शहीद हुए जवानों में मनोज कुमार कुशवाहा, प्रभु सिंह और शशांक कुमार सिंह शामिल हैं.
सेना ने पलटवार करने की बात करते हुए कहा है कि इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. प्रवक्ता ने कहा कि 'इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.'
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को सह-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने इन हत्याओं के बारे में जानकारी दी. पर्रिकर ने ट्वीट किया, 'सैनिकों की कायरतापूर्ण और बर्बर हत्या किए जाने तथा एक जवान के शव को क्षत-विक्षत करने की हम भर्त्सना करते हैं. इन बहादुर जवानों के बलिदान को सलाम.'
माना जाता है कि घुसपैठिये पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम के सदस्य थे और संभवत: वे बचकर निकल गए. दोपहर के करीब 12 से 1 बजे के आसपास जब भारतीय सैनिक एलओसी पर गश्त लगा रहे थे, तो पाकिस्तानी सैनिकों ने पहले सीजफायर का उल्लंघन किया, फिर इसी दौरान फायरिंग की आपाधापी में तीन जवानों की ये टीम अपनी पेट्रोलिंग टीम से बिछड़ गई. घने जंगल का फायदा उठाकर घात लगाकर बैठे पाक बार्डर एक्शन टीम ने इन जवानों पर हमला बोल दिया. हमले में तीन जवान शहीद हो गए. इस इलाके में भारतीय चौकियां पाकिस्तान सीमा के करीब हैं और बीहड़ इलाके तथा घने जंगल होने के कारण घुसपैठियों को फायदा मिल जाता है.
पिछले महीने भी इसी इलाके में एक भारतीय जवान के शव के साथ बर्बर व्यवहार किया था. आतंकियों ने सेना के जवान मनदीप सिंह के शव को क्षत-विक्षत कर दिया था और पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आड़ में वे पाक अधिकृत कश्मीर में वापस घुस गए थे.
सितंबर में जब नियंत्रण रेखा के पार भारतीय सेना ने आतंकियों के लांचिंग पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तब से पाकिस्तान की तरफ से बार-बार की जा रही फायरिंग में अब तक 17 भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं. पाकिस्तान की तरफ से अब तक 130 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जा चुका है.
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