भारत के साथ विवाद के बीच मालदीव के राष्ट्रपति ने की चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्‍ट की तारीफ

भारत के साथ विवाद के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने चीन को मालदीव का करीबी सहयोगी बताया है. साथ ही उन्‍होंने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की विवादास्पद 'बेल्ट एंड रोड' पहल ने "मालदीव में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं" विकसित की हैं.

भारत के साथ विवाद के बीच मालदीव के राष्ट्रपति ने की चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्‍ट की तारीफ

मालदीव और चीन के बीच संबंध...

नई दिल्‍ली :

भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने मंत्रियों की टिप्पणियों को लेकर अपने ही देश में विपक्ष के हमले का सामना कर रहे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने चीन को अपने देश के "निकटतम सहयोगियों और डेवलेपमेंटल पार्टनरों" में से एक कहा है. मोहम्मद मुइज्जु जो चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं, उन्‍होंने बताया कि यह किसी विदेशी राष्ट्र की उनकी पहली राजकीय यात्रा है और कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की विवादास्पद 'बेल्ट एंड रोड' पहल ने "मालदीव में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाएं" विकसित की हैं. 

फ़ूज़ौ में इन्वेस्ट मालदीव फोरम के दौरान चीनी निवेशकों का स्वागत करते हुए ,मोहम्मद मुइज्जु ने (जिन्हें बीजिंग के करीबी माना जाता है) दोनों देशों के बीच "लंबे समय से चले आ रहे और प्रोडेक्टिव सरकार-से-सरकार और व्यापार-से-व्यापार सहयोग" के बारे में बात की. मालदीव सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु ने कहा कि मालदीव और चीन के बीच संबंध प्राचीन समुद्री सिल्‍क रोड से चले आ रहे हैं और बताया कि द्वीपसमूह राष्ट्र 2014 में शी चिनफिंग की बेल्ट एंड रोड पहल का एक साथी बन गया. 

केंद्रीय हवाई अड्डे और वाणिज्यिक बंदरगाह के विस्तार के लिए अपने दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए मालदीव के राष्ट्रपति ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार "बेल्ट एंड रोड" योजना के तहत साझेदारी करने के लिए उत्सुक है. राष्ट्रपति ने चीन और मालदीव के बीच हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर भी जोर दिया, जिसमें कहा गया कि एफटीए द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा, विशेष रूप से चीन को मछली उत्पादों के निर्यात को बढ़ाकर, इसे एक प्राथमिकता के रूप में चिह्नित किया जाएगा.

मुइज्जु की चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब मालदीव के एक सांसद ने उन्हें हटाने का आह्वान किया है और दूसरे ने संसद से विदेश मंत्री को बुलाने का अनुरोध किया है. पीएम मोदी द्वारा 4 जनवरी को अपनी लक्षद्वीप यात्रा की तस्वीरें साझा करने के बाद राष्ट्रपति ने तीन मंत्रियों को उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए निलंबित कर दिया था और सुझाव दिया था कि साहसिक प्रेमियों को द्वीपों के समूह को अपनी बकेट सूची में जोड़ना चाहिए.

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