सरकार एयर इंडिया के बेड़े में 4 नए ड्रीमलाइनर शामिल करने जा रही है
नई दिल्ली:
घाटे से जूझ रही सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया अपनी सेवाओं को दुरुस्त करने में लगी हुई है. इसी कड़ी में सरकार जल्द ही एयर इंडिया के बेड़े में 4 नए ड्रीमलाइनर शामिल करने जा रही है. नागरिक विमानन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने बताया कि एयर इंडिया को अक्टूबर तक चार बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान मिलने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि इनमें एक बी-787-8 विमान जुलाई में मिलेगा, दो बी-787-8 विमान अगस्त में और 27वां बी787-8 विमान अक्टूबर में मिलेगा. सिन्हा ने सदन को बताया कि एयर इंडिया ने सितंबर, 2012 से 9 जनवरी, 2017 तक कुल 23 ड्रीमलाइनर विमानों की खरीद की है.
विमानों में आ रही तकनीकी खराबी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन गड़बड़ियों से हालांकि विमान की सुरक्षा पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा है. ये डिजायन और प्रणाली की खामी है. इसके अलावा विश्वसनीयता बढ़ाने की प्रक्रिया के तहत कंपनी की तरफ से इसमें नियमित रूप से सुधार किया जा रहा है.
घाटे में चल रहे एयर इंडिया के सवाल पर उन्होंने बताया कि एयर इंडिया की बैलेंस शीट का पुर्नगठन करना चाहिए और कर्जो को घटाना चाहिए. अन्य मुद्दा कॉरपोरेट गवर्नेस और पेशेवर प्रबंधन को लाना है. इसके अलावा यह भी देखना है कि एयर इंडिया की गैरप्रमुख परिसंपत्तियों किस प्रकार से सबसे अच्छा इस्तेमाल हो सकता है.
सिन्हा ने एयर इंडिया के सकल बदलाव पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, जिसका सकारात्मक नतीजा दिख रहा है और एयरलाइन ने परिचालन मुनाफा दर्ज किया है. उन्होंने दावा किया कि सरकार के इन कदमों से इस साल फिर से एयर इंडिया लाभ में रहेगी.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
उन्होंने बताया कि इनमें एक बी-787-8 विमान जुलाई में मिलेगा, दो बी-787-8 विमान अगस्त में और 27वां बी787-8 विमान अक्टूबर में मिलेगा. सिन्हा ने सदन को बताया कि एयर इंडिया ने सितंबर, 2012 से 9 जनवरी, 2017 तक कुल 23 ड्रीमलाइनर विमानों की खरीद की है.
विमानों में आ रही तकनीकी खराबी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन गड़बड़ियों से हालांकि विमान की सुरक्षा पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा है. ये डिजायन और प्रणाली की खामी है. इसके अलावा विश्वसनीयता बढ़ाने की प्रक्रिया के तहत कंपनी की तरफ से इसमें नियमित रूप से सुधार किया जा रहा है.
घाटे में चल रहे एयर इंडिया के सवाल पर उन्होंने बताया कि एयर इंडिया की बैलेंस शीट का पुर्नगठन करना चाहिए और कर्जो को घटाना चाहिए. अन्य मुद्दा कॉरपोरेट गवर्नेस और पेशेवर प्रबंधन को लाना है. इसके अलावा यह भी देखना है कि एयर इंडिया की गैरप्रमुख परिसंपत्तियों किस प्रकार से सबसे अच्छा इस्तेमाल हो सकता है.
सिन्हा ने एयर इंडिया के सकल बदलाव पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं, जिसका सकारात्मक नतीजा दिख रहा है और एयरलाइन ने परिचालन मुनाफा दर्ज किया है. उन्होंने दावा किया कि सरकार के इन कदमों से इस साल फिर से एयर इंडिया लाभ में रहेगी.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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