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This Article is From May 02, 2024

"अमित शाह ने 'रजाकार' पर पेटेंट कराया है, जनता उन्हें जवाब देंगी": AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी

अमित शाह ने कहा था कि 40 साल से रजाकारों के प्रतिनिधि हैदराबाद पर राज कर रहे हैं. इस बार, हम शहर को इनसे छुटकारा दिलाने के लिए लड़ रहे हैं.

"अमित शाह ने 'रजाकार' पर पेटेंट कराया है, जनता उन्हें जवाब देंगी": AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी
नई दिल्ली:

AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उस टिप्पणी का मजाक उड़ाया, जिसमें उन्होंने "रजाकार" शब्द का इस्तेमाल करते हुए उनकी पार्टी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा शाह को जवाब हैदराबाद के लोगों से मिलेगा, जनता इसका जवाब देगी.  ओवैसी ने एक एनडीटीवी के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि अमित शाह के पास इस शब्द पर पेटेंट करवाने का अधिकार है.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुझे लगता है कि अमित शाह के अलावा किसी को भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा, "वह पिछले पांच साल से इन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग जवाब देंगे क्योंकि (वह) लोगों को इतने अपमानजनक तरीके से बुला रहे हैं... हमने जाति, पंथ, धर्म से ऊपर उठकर काम किया है. 

अमित शाह ने क्या कहा था? 
शाह ने हैदराबाद में कहा था कि 40 साल से रजाकारों के प्रतिनिधि हैदराबाद पर राज कर रहे हैं. इस बार, हम शहर को इनसे छुटकारा दिलाने के लिए लड़ रहे हैं.  हर किसी को मतदान करना चाहिए और शहर को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करना चाहिए. 

गृहमंत्री की टिप्पणी पर कांग्रेस ने भी बोला हमला
अमित शाह की टिप्पणियों से कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद वलीउल्लाह समीर सहित कई लोग नाराज हैं. कांग्रेस नेता ने सवाल किया है कि मंत्री ऐसे शब्दों का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं जिनका उस दिन की घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में पूछा, "केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा इस विभाजनकारी कथा को क्यों बढ़ावा दिया जा रहा है."

कौन थे रजाकार?
रजाकार शब्द का अर्थ होता है मिलिशिया यानी आम लोगों की सेना. हैदराबाद में निजाम के द्वारा इसका निर्माण किया गया था ताकि जरूरत पड़ने पर भारत सरकार के खिलाफ वो विद्रोह कर सके. हालांकि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु और गृहमंत्री सरदार पटेल ने इसका विरोध किया था. बाद के दिनों में भारत सरकार के प्रयासों से हैदराबाद को भारत में मिला लिया गया. गौरतलब है कि रजाकारों ने आम लोगों पर काफी जुल्म किया था. उन्होंने हिंदुओं और मुस्लिमों दोनों को निशाना बनाया था. 

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