खास बातें
- कहा-समाज के खास वर्ग से सुरक्षा के लिए इसे बनाया जाना चाहिए
- राज ठाकरे की एससी-एसटी एक्ट को असंवैधानिक कहने पर आलोचना की
- पुलिस-एटीएस पर निर्दोष मुसलमानों को झूठे मामले में फंसाने का लगाया आरोप
जालना: समाजवादी पार्टी (सपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष अबु आजमी ने रविवार को कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) अधिनियम यानी एससी-एसटी एक्ट की तर्ज पर मुसलमानों के लिए भी एक कानून उन्हें 'समाज के एक खास वर्ग' से बचाने के लिए बनाया जाना चाहिए।
आजमी ने यहां कहा, ''उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम की तर्ज पर एक ऐसा ही कानून मुसलमानों के लिए भी बनाया जाना चाहिए क्योंकि वे समाज के कुछ खास वर्ग के हाथों उत्पीड़न और उनकी अपमानजनक टिप्पणियों का सामना करते हैं।''
उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की उनके इस कथित बयान को लेकर आलोचना की कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) अधिनियम रद्द कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वह असंवैधानिक है। आजमी ने आरोप लगाया कि पुलिस और एटीएस भी निर्दोष मुसलमानों को आईएस के साथ संबंध में झूठे तरीके से फंसा रही है।
उन्होंने कहा, ''मुसलमानों और धार्मिक प्रमुखों को आईएस की निंदा करनी चाहिए क्योंकि यह आतंकवादी संगठन इस्लाम के लिए धब्बा है और वह इस धर्म की छवि खराब कर रहा है।''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)