
- पंजाब के अबोहर में व्यवसायी संजय वर्मा की हत्या के मामले में दो गैंगस्टर राम रतन और जसप्रीत सिंह पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं.
- जांच में सामने आया कि यह हत्या लॉरेंस बिश्नोई गैंग की साजिश थी, जो वर्तमान में गुजरात की जेल में बंद है.
- पुलिस टीम को हथियार बरामदगी के दौरान तीन अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग कर गैंगस्टर छुड़ाने की कोशिश की, जिसमें सीनियर कांस्टेबल घायल हुए.
पंजाब के अबोहर में व्यवसायी संजय वर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस हत्याकांड में शामिल दो गैंगस्टर, राम रतन और जसप्रीत सिंह, पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं. जांच में पता चला है कि इस हत्या की साजिश लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने रची थी, जो वर्तमान में गुजरात की जेल में बंद है.
पंजाब पुलिस की टीम गिरफ्तार गैंगस्टर राम रतन और जसप्रीत सिंह को हथियार बरामदगी के लिए ले जा रही थी. इसी दौरान तीन अज्ञात हमलावरों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर गैंगस्टर को छुड़ाने की कोशिश की. मारे गए गैंगस्टर ने शूटर्स को हथियार और अन्य मदद मुहैया कराई थी. मुठभेड़ में सीनियर कांस्टेबल मनिंदर सिंह घायल हो गए. पुलिस को मौके से कई अहम सुराग मिले हैं. जांच जारी है और जल्द कई गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
अब इस एनकाउंटर पर आरजू विश्नोई ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सवाल खड़ा किया है. ये जो आज फिरोजपुर पुलिस ने एनकाउंटर दिखाया है, ये बिल्कुल फेक एनकाउंटर है. इन्होंने फर्जी हथियारों की रिकवरी दिखा कर रिमांड पर लिए हुए हमारे भाइयों को पटियाला से उठाकर रिमांड के बाद वापस लाकर एनकाउंटर दिखा दिया. खुद के पास से इन्होंने हथियार प्लांट किए और दोनों का एनकाउंटर कर दिया, जो हमारे 2 भाई इन्होंने शहीद किए हैं-जसप्रीत और रामरतन. दोनों भाई किसी भी वारदात में शामिल नहीं थे. इन्होंने सिर्फ कार में लिफ्ट दी थी.
आरजू विश्नोई ने कहा कि पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ दिखाकर आज हमारे भाइयों को शहीद किया है. जो जिन गैंगपैनों और गोली चलाने वालों की बात कर रहे हैं, वो कब के इनकी पहुंच से बाहर हो चुके हैं. इनको कोर्ट से कोई सुराग नहीं मिल रहा तो इन्होंने पब्लिक स्टेटमेंट देने के लिए 2 बेकसूरों की जान ले ली. हम अपने गुनाह से कभी नहीं भागे और ना ही कभी झूठ बोलकर किसी को मारा है, जो किया है सामने किया है.
पंजाब के अबोहर में प्रतिष्ठित व्यवसायी संजय वर्मा की भरे बाजार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या के बाद अबोहर में सनसनी फैल गई थी. इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी. अनमोल बिश्नोई की डीपी लगी और आरजू बिश्नोई के नाम से एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी. सोशल मीडिया पोस्ट में बताया गया कि आखिर क्यों संजय वर्मा की हत्या की गई. साथ ही धमकी दी गई है कि जो भी हमारे दुश्मनों का साथ देगा या हमारे खिलाफ जाएगा, उसे जमीन में मिला देंगे.
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