नई दिल्ली: आधार कार्ड के लिए जुटाए गए बायोमीट्रिक आंकड़ों के दुरुपयोग संबंधी रिपोर्टों को खारिज करते हुए सरकार ने रविवार को कहा कि आधार आधारित पुष्टि 'पूर्णतया सुरक्षित' प्रणाली है. इतना ही नहीं पिछले ढाई सालों के दौरान आधार संख्या से जुड़े खातों में सब्सिडी हस्तांतरण से सरकारी खजाने को 49,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है.
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के अनुसार अभी तक आधार आंकड़ों के दुरुपयोग की कोई घटना सामने नहीं आई है. इसमें किसी भी तरह के चोरी या वित्तीय नुकसान की बात सामने नहीं आई है, जबकि पिछले पांच साल में आधार प्रमाणित 400 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है.
प्राधिकरण ने यह भी कहा कि उसने कई रिपोर्टों को देखा है और वह इस बात पर जोर देती है कि प्राधिकरण के पास मौजूद लोगों का निजी बायोमीट्रिक डाटा की सुरक्षा में कोई भेदन नहीं हुआ है और यह पूरी तरह सुरक्षित है.
एक समाचार पत्र में बायोमीट्रिक डाटा के दुरुपयोग की खबर के बारे में प्राधिकरण ने कहा कि यह एक कर्मचारी का अकेला मामला है जो एक बैंक के बैंकिंग करोसपोंडेंट के तौर पर काम करता है और उसने खुद के बायोमीट्रिक डाटा का दुरुपयोग करने का प्रयास किया. इसे प्राधिकरण की आंतरिक सुरक्षा प्रणाली ने पकड़ लिया और अब आधार अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू की गई है. (इनपुट भाषा से)