नई दिल्ली:
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अक्तूबर 2007 और 2008 में 2-जी स्पेक्ट्रम के आवंटन के दौरान कुछ दूरसंचार कंपनियों का पक्ष लेने के मामले में सीबीआई ने पूर्व संचार मंत्री ए राजा को गिरफ्तार कर लिया है। उनके साथ निजी सचिव रहे आरके चंदोलिया और सिद्धार्त बेहुरिया भी गिरफ्तार किए गए हैं। इससे पहले राजा से चौथी बार सीबीआई ने पूछताछ की थी तथा 24, 25 दिसंबर और 31 जनवरी को भी पूछताछ की गई थी। उन्हें बुधवार सुबह सीबीआई कार्यालय बुलाया गया और पूछताछ की गई। द्रमुक सांसद से उनके परिसरों पर सीबीआई द्वारा मारे गए छापे के दौरान जब्त किए गए कंप्यूटरों से मिले दस्तावेजों के बारे में जवाब मांगा गया।इससे पहले राजा से स्पेक्ट्रम आवंटनों से जुड़ी परिस्थितियों के बारे में काफी देर तक पूछताछ की गई थी जिसकी केंद्रीय सतर्कता आयोग और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने आलोचना की थी। राजा के साथ कारपोरेट लाबियिस्ट नीरा राडिया के साथ उनकी बातचीत और वर्ष 2007 में स्पेक्ट्रम आवंटन की तिथि कम कर दिए जाने पर पूछताछ की गई थी।गौरतलब है कि राजा को कैग की रिपोर्ट के बाद गत वर्ष 14 नवंबर को पद छोड़ने के लिए बाध्य होना पड़ा था। कैग ने स्पेक्ट्रम आवंटन के कम दाम में आवंटन किए जाने से सरकारी खजाने को 1.76 लाख करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया था।
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