प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
देश के कई स्थानों पर सामान्य से अधिक तापमान दर्ज होने के बीच मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि वर्ष 2016 का गर्मी का मौसम सबसे ज्यादा गर्म हो सकता है।
आईएमडी के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा, '2015 अब तक का सबसे गर्म साल था। गर्मी के मौसम के लिए हमारा पूर्वानुमान सामान्य से अधिक तापमान रहने का है।' उन्होंने कहा, 'अगर आप अब तक का गर्मियों का तापमान देखें तो ऐसा लगता है कि वर्ष 2016 की गर्मियां सबसे ज्यादा गर्म रहेंगी।' इसका एक कारण 'अल नीनो' को बताया जा रहा है जो आगामी महीनों में उदासीन होने की संभावना है।
'अल नीनो' स्थितियां अब भी जारी
आईएमडी ने कहा कि वर्ष 2015 में शुरू हुई प्रशांत महासागर के ऊपर मजबूत 'अल नीनो' स्थितियां अब भी जारी हैं। हालांकि ताजा पूर्वानुमान बताता है कि एल नीनो स्थितियों के और कमजोर होने और 2016 के गर्मी के मौसम के दौरान कमजोर अल नीनो स्थितियों के पहुंचने की संभावना है।
विभाग ने कहा कि अल नीनो वर्षों के बाद की गर्मी के मौसम में भारत के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया गया है, जिसमें औसत से भीषण लू स्थितियां शामिल हैं। विभाग ने पहले ही इस साल गर्मियों में तापमान 'सामान्य से अधिक' रहने का पूर्वानुमान लगाया है। दुनियाभर में भी, यह वर्ष सबसे गर्म रहने की संभावना है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
आईएमडी के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने कहा, '2015 अब तक का सबसे गर्म साल था। गर्मी के मौसम के लिए हमारा पूर्वानुमान सामान्य से अधिक तापमान रहने का है।' उन्होंने कहा, 'अगर आप अब तक का गर्मियों का तापमान देखें तो ऐसा लगता है कि वर्ष 2016 की गर्मियां सबसे ज्यादा गर्म रहेंगी।' इसका एक कारण 'अल नीनो' को बताया जा रहा है जो आगामी महीनों में उदासीन होने की संभावना है।
'अल नीनो' स्थितियां अब भी जारी
आईएमडी ने कहा कि वर्ष 2015 में शुरू हुई प्रशांत महासागर के ऊपर मजबूत 'अल नीनो' स्थितियां अब भी जारी हैं। हालांकि ताजा पूर्वानुमान बताता है कि एल नीनो स्थितियों के और कमजोर होने और 2016 के गर्मी के मौसम के दौरान कमजोर अल नीनो स्थितियों के पहुंचने की संभावना है।
विभाग ने कहा कि अल नीनो वर्षों के बाद की गर्मी के मौसम में भारत के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया गया है, जिसमें औसत से भीषण लू स्थितियां शामिल हैं। विभाग ने पहले ही इस साल गर्मियों में तापमान 'सामान्य से अधिक' रहने का पूर्वानुमान लगाया है। दुनियाभर में भी, यह वर्ष सबसे गर्म रहने की संभावना है।
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