एयर इंडिया की एक उड़ान के फंसे हुए यात्रियों, जिनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं, ने रूस के मगदान शहर में खुद को भाषाई दिक्कतों, अनजाने-से भोजन और ठहरने की निम्नस्तरीय जगह जैसी समस्याओं से जूझते हुए पाया, जब उनके विमान को आपातकालीन लैंडिंग के लिए मजबूर होना पड़ा.
बोइंग 777 विमान में संचालित होने वाली एयर इंडिया की इस उड़ान ने 216 यात्रियों और चालक दल के 16 सदस्यों के साथ नई दिल्ली से अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को के लिए टेकऑफ़ किया था, जब मंगलवार को इसके एक इंजन में तकनीकी समस्या आ गई.
विमान के एक यात्री गगन ने टेलीफ़ोन पर NDTV से बात करते हुए हालात को चुनौतीपूर्ण बताया, और कहा कि स्थिति स्पष्ट नहीं है, और सुविधाएं भी अपर्याप्त हैं.
उन्होंने बताया, "230 से ज़्यादा लोग हैं... बहुत-से बच्चे और बुज़ुर्ग हैं... हमारे बैग अब तक विमान में ही हैं... हमें बसों के ज़रिये अलग-अलग जगहों पर भेजा गया था... कुछ लोगों को एक स्कूल में भेजा गया था और वे वहां फर्श पर गद्दे बिछाकर लेटे हुए हैं... शौचालय की सुविधा अच्छी नहीं है... भाषा की भी दिक्कत है... यहां का खाना बहुत, बहुत अलग है... बहुत ज़्यादा सी-फूड और मांसाहारी वस्तुएं हैं... कुछ लोग सिर्फ ब्रेड और सूप खा रहे हैं... बुज़ुर्गों के पास दवाएं भी खत्म हो रही हैं..."
गगन ने बताया, सभी दिक्कतों के बावजूद "उनका (रूसी अधिकारियों का) व्यवहार अच्छा रहा है... हम भाग्यशाली हैं कि हम एक कॉलेज छात्रावास में हैं... हमें अभी लगभग एक घंटे पहले वाई-फाई भी मिल गया है, जिससे हम अपने परिवार से संपर्क कर पाए हैं..."
गगन के मुताबिक, "लेकिन दूसरी जगह, जहां कुछ और यात्री मौजूद हैं, एक स्कूल है... उन लोगों ने अभी-अभी बेंचों को हटाया है, और क्लासरूम में ही गद्दे बिछाकर लेटे हैं... एक कमरे में लगभग 20 लोग हैं... मैंने सुना कि वे भोजन की भी उचित व्यवस्था नहीं कर सके... उन्हें कोक और ब्रेड दिया गया..."
गगन ने जानकारी दी, "उड़ान में मेरी बगल वाली सीट पर 88-वर्षीय सज्जन थे... मैं नहीं जानता, उनके जैसे लोगों पर क्या गुज़र रही है... एक महिला है, जिनके पास दो नवजात थे... उन्हें वास्तव में बहुत दिक्कत हुई... यहां ज़्यादातर भोजन मांसाहारी है... यहां के अधिकारी अच्छे हैं, लेकिन भाषा की दिक्कत है... हमें बाहर जाने की इजाज़त नहीं है... हमें बताया गया था कि हम आज इस समय तक उड़ान भर चुके होंगे..."
एयर इंडिया ने बुधवार को घोषणा की है कि फंसे हुए यात्रियों को मगदान से सैन फ्रांसिस्को ले जाने के लिए मुंबई से एक रीप्लेसमेंट विमान भेजा जाएगा. एयरलाइन ने यह आश्वासन भी दिया कि फंसे हुए यात्रियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है और उन्हें स्थानीय छात्रावासों और होटलों में ठहराया गया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं. उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि ऐसी संभावना थी कि उड़ान में अमेरिकी नागरिक भी हों.
रूस के उड्डयन प्राधिकरण ने पुष्टि की है कि वह मगदान हवाई अड्डे पर उतरने वाले विमान की तकनीकी हालत की जांच कर रहा है, और उन्होंने वैकल्पिक उड़ान को उतरने की अनुमति भी दे दी है.