यह ख़बर 24 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

ओसामा का वीडियो दिखाकर युवाओं को जेहाद के लिए प्रेरित करता था भटकल : एनआईए

यासीन भटकल की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का सह संस्थापक यासीन भटकल अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन से काफी प्रभावित था और वह युवाओं को उसका वीडियो दिखाकर उन्हें 'जेहाद' के नाम पर अपनी जान न्यौछावर करने के लिए प्रेरित किया करता था। राष्ट्रीय जांच दल (एनआईए) की ओर से दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में दायर आरोपपत्र में यह जानकारी दी गई है।

एनआईए के इस आरोपपत्र के मुताबिक, यासीन भटकल युवाओं को जेहाद के नाम पर अपनी जान देने के लिए उकसाता था, आईएम का असल नाम अरबी शब्द 'उसाबा' था, जिसका मतलब एक ऐसा समूह जिसमें 11 से ज्यादा लेकिन 40 से कम लोग हैं।

इस समूह में ऐसे लोगों को शामिल किया जाता था, जो लोग भारत के खिलाफ युद्ध करने के लिए तैयार थे। इसमें सबसे पहले इकबाल भटकल,रियाज भटकल, फशी मोहम्मद के अलावा और भी कई लोग शामिल थे। हर शुक्रवार को इकबाल भटकल के घर इस ग्रुप के सदस्यों की मीटिंग होती थी- जब उत्तर प्रदेश में धमाकों के बाद मीडिया को मेल भेजा गया, तब इस ग्रुप का नाम सामने आया..इस ग्रुप की देश के अलग-अलग हिस्सों में धमाके करने की योजना थी।

राजस्थान में गठित किया नया माड्यूल
इस आरोपपत्र में कहा गया है कि आईएम ने राजस्थान में एक नया मॉड्यूल गठित किया है और संगठन के सदस्य देश में आतंकवादी गतिविधियां चलाने के लिए 'काफी प्रेरित' थे।

आईएम के सह संस्थापक यासीन भटकल और उसके तीन सहयोगियों के खिलाफ दायर आरोपपत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि संगठन के राजस्थान मॉड्यूल के सदस्य रियाज भटकल के नियमित संपर्क में थे, जो पाकिस्तान में आईएम का शीर्ष आतंकवादी था।

इस आरोपपत्र में पिछले साल दो जून को यासीन और आईएम के एक अन्य आतंकवादी रियाज के बीच इंटरनेट चैट का जिक्र है, जिसमें उन्होंने आतंकवादी संगठन के राजस्थान मॉड्यूल का जिक्र किया।

सूरत पर परमाणु हमले की थी योजना
इसके अलावा इसमें बताया गया है कि आईएम के आतंकवादी सूरत पर परमाणु आयुध से हमला करने की योजना बना रहे थे, जिसे उन्होंने पाकिस्तान से खरीदने का प्रयास किया।

एनआईए ने यहां की अदालत में दायर 277 पन्ने के आरोपपत्र में कहा कि यासीन और आईएम के अन्य लोगों द्वारा जुलाई 2008 में सूरत और अहमदाबाद में सिलसिलेवार बम विस्फोट करने में विफल रहने के बाद उन्होंने पाकिस्तान से परमाणु आयुध खरीदने की योजना बनाई ताकि सूरत पर इससे हमला किया जा सके।

माओवादियों से गोला-बारूद खरीदने की योजना
इस अलावा इस आरोप पत्र में कहा दिया गया है कि यासीन भटकल ने नेपाल के माओवादियों से हथियार और गोला-बारूद खरीदने के लिए सहयोग मांगा था, लेकिन यह फलीभूत नहीं हुआ क्योंकि उन्होंने काफी महंगी कीमत बताई।

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एनआईए ने कहा, 'वह (माओवादी नेता) हथियारों की आपूर्ति के लिए काफी ऊंची कीमत बता रहे थे। यासीन ने कहा कि उसने विस्फोटकों के बारे में बात की, लेकिन उनके पास ऐसे विस्फोटक थे जिन्हें ट्यूब में भरा जा सके।' (इंपुट भाषा से भी)