
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में जुटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि वह शिवसेना के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे और बाला साहेब ठाकरे के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे। सांगली में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यह बात कही।
शनिवार से महाराष्ट्र में विभिन्न रैलियों को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी ने शिवसेना पर चुप्पी साधे रखी थी और आज उन्होंने साफ कर दिया कि वह अपने पूर्व सहयोगी दल के खिलाफ कोई शब्द नहीं बोलेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि बाला साहेब ठाकरे की गैरहाजिरी में यह पहला चुनाव होने जा रहा है। मैंने तय किया है कि मैं बाला साहेब के प्रति आदर को व्यक्त करने के लिए शिवसेना के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलूंगा। पीएम मोदी ने कहा, मैं बाला साहेब की संकल्प शक्ति का हमेशा आदर करता रहा हूं। अखबार के लोग हमारी भावनाओं को समझें... जो लोग सब कुछ राजनीति के तराजू से तौलते हैं, उन्हें समझना चाहिए कि राजनीति के ऊपर भी श्रद्धा के कुछ तत्व होते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि मोदी हमें भी प्रिय हैं, हम भी उनके प्रति आदर सम्मान रखते हैं, लेकिन अगर 25 साल पुराना गठबंधन बनाए रखते तो यह बाला साहेब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होती।
सांगली की रैली में पीएम मोदी ने एक बार फिर कांग्रेस और एनसीपी पर जमकर निशाना साधा। खास तौर पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला करते हुए मोदी ने कहा कि पवार यह बताएं कि इस इलाके में चीनी मिलें बंद क्यों हुईं, जबकि उनकी पार्टी राज्य की सत्ता में हिस्सेदार थी और वह खुद केंद्र में कृषि मंत्री के पद पर थे।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी का चरित्र एक जैसा ही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए राज्य में बीजेपी की सरकार जरूरी है और इसलिए लोगों ने जिस तरह लोकसभा चुनावों में उन्हें भरपूर समर्थन दिया, अब विधानसभा चुनावों में भी वैसा ही समर्थन दें।
मराठी भाषा में भाषण शुरू करते हुए मोदी ने शरद पवार पर तीखा हमला बोला और कहा, पवार के बयान ने मुझे बहुत आहत किया है। आपको (पवार को) इतिहास की समझ नहीं है। 1960 से पहले गुजरात महाराष्ट्र का ही हिस्सा था। हमने महाराष्ट्र को बड़ा भाई माना है।
उन्होंने कहा, मैं पवार से पूछना चाहता हूं कि आप शिवाजी की बात करते हैं। वाजपेयी सरकार ने मुंबई हवाई अड्डे का नाम शिवाजी के नाम पर रखा था। आप मुख्यमंत्री थे, लेकिन इस बारे में नहीं सोचा। यहां तक कि विक्टोरिया टर्मिनस का नाम वाजपेयी सरकार ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रखा। मोदी ने कहा, आपके चरित्र में शिवाजी के गुण आने की कोई संभावना नहीं है। लेकिन अगर कृषि मंत्री के रूप में आपने शिवाजी की जल प्रबंधन तकनीकों को लागू किया होता, तो महाराष्ट्र के किसानों ने खुदकुशी नहीं की होती।
पीएम मोदी ने कहा, पवार को शिवाजी की बात करना शोभा नहीं देता। सूरत में शिवाजी की प्रतिमा आपके बारामती में लगी प्रतिमा से बड़ी है। गौरतलब है कि पवार ने हाल ही में एक रैली में बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज को 'लुटेरा' कहने वाले लोग वोट मांगने के लिए उनके नाम का सहारा ले रहे हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
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