विज्ञापन
This Article is From Aug 22, 2016

मैराथन धाविका ओपी जैशा का AFI को जवाब, कहा- मैं इतना बड़ा झूठ क्यों बोलूंगी

मैराथन धाविका ओपी जैशा का AFI को जवाब, कहा- मैं इतना बड़ा झूठ क्यों बोलूंगी
ओपी जैशा की फाइल फोटो
बेंगलुरु: रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली धाविका ओपी जैशा ने ऐथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (AFI) के उस बयान का जवाब दिया है जिसमें कहा गया था कि उन्होंने और उनके ने कोच ने मैराथन के दौरान एनर्जी ड्रिंक लेने से इनकार कर दिया था.

जैशा ने कहा है कि इस एएफआई के आरोपों की जांच होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि मैं इतना बड़ा झूठ क्यों बोलूंगी, जब मैंने अपने पूरे खेल करियर में एक बार भी किसी तरह की शिकायत नहीं की है.

जैशा ने आगे कहा कि जब ऐथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधि वहां मौजूद नहीं थे तो उन्हें सच्चाई कैसे पता है? मैं दर्द से गूजरी हूं.अगर मेरे पास पानी होता तो कई दिक्कत नहीं होती. मैंने अपने पूरे करियर में एफआई के खिलाफ कोई शिकायत नहीं की.

रियो ओलिंपिक में मैराथन दौड़ के दौरान भारतीय एथलीट ओपी जैशा को अपने ही लोगों की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा. दरअसल इस स्‍पर्द्धा के दौरान दौरान तपती धूप में उनको पानी पिलाने या रिफ्रेशमेंट देने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल दल का कोई भी सदस्‍य मौजूद नहीं था. उनकी हौसला-अफजाई के लिए भारतीय डेस्‍क पर भी कोई नहीं था.

इस संबंध में बेंगलुरु में अपनी पीड़ा का इजहार करते हुए NDTV से उन्‍होंने कहा, ''भीषण गर्मी में उस जैसी लंबी रेस के लिए आपको ढेर सारे पानी की जरूरत होती है. आठ किमी की यात्रा के बाद पीने के पानी का एक समान प्‍वाइंट होता है लेकिन आपको हर एक किमी यात्रा के बाद पानी की जरूरत होती है. अन्‍य एथलीटों को रास्‍ते में ये सुविधा मिलती रही लेकिन मुझे कुछ नहीं मिला. सिर्फ इतना ही नहीं मुझे वहां कोई एक भी भारतीय झंडा देखने को नहीं मिला. हम अपने तिरंगे से बेहद प्रेम करते हैं. यह हमको बहुत प्रेरित करता है और ऊर्जा देता है.''

प्रतियोगी देशों को हर 2.5 किमी पर अपनी डेस्‍क लगाने की व्‍यवस्‍था की गई थी जिसके जरिये वे अपने एथलीटों को सहूलियत प्रदान कर सकते थे. इसके अलावा आठ किमी की दौड़ के बाद ओलिंपिक  अधिकारियों का काउंटर था.  157 एथलीटों में जैशा को 89वां स्‍थान मिला.  42 किमी की रेस पूरी करने के बाद वह गिर पड़ी. उन्‍होंने कहा, ''ऐसा लग रहा था कि मेरी नब्‍ज बंद हो गई है...यह एक तरह से मेरा दूसरा जीवन है.''

बेंगलुरु लौटने के बाद डॉक्‍टर जैशा की हालत देखकर दंग रह गए. स्‍पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के डॉक्‍टर एसआर सरला ने कहा, ''हम उनको अस्‍पताल में भर्ती कराना चाहते थे और इसके लिए एंबुलेंस का इंतजाम भी किया. ''  लेकिन जैशा ने जोर देकर कहा कि ''वह इलाज के लिए घर (केरल) जाना चाहती हैं.''

जैशा का कहना है कि वह मैराथन में हिस्‍सा नहीं लेना चाहती थी. वह मध्‍यम दूरी की धाविका हैं और 1500 मी में हिस्‍सा लेना पसंद करती हैं. उनका कहना है, मैं 1500 मी इवेंट को पसंद करती हैं. मैं यह कहना चाहती हूं कि मुझे मैराथन ज्‍यादा पसंद नहीं है. लोग पैसे के लिए मैराथन में दौड़ते हैं और पैसे में मेरी कोई रुचि नहीं है. जैशा ने अपने कोच पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍होंने लंबी दूरी की रेस के लिए जोर डाला.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
हरियाणा विधानसभा चुनाव : कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन से पहले ही नेताओं के बगावती हुए तेवर, भारती ने दिया बड़ा बयान
मैराथन धाविका ओपी जैशा का AFI को जवाब, कहा- मैं इतना बड़ा झूठ क्यों बोलूंगी
'हिमाचल में सरकारी कर्मचारियों की 5 को सैलरी, 10 को पेंशन' - विधानसभा में सीएम सुक्खू का ऐलान
Next Article
'हिमाचल में सरकारी कर्मचारियों की 5 को सैलरी, 10 को पेंशन' - विधानसभा में सीएम सुक्खू का ऐलान
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com