सीबीआई के पूर्व निदेशक अनिल सिन्हा ने कहा कि माल्या को वापस लाने की कोशिशों का 'फायदा' मिलेगा. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सीबीआई के पूर्व निदेशक अनिल सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि उद्योगपति विजय माल्या की लंदन से गिरफ्तारी विधि प्रवर्तन एजेंसियों की 'सफलता' है और माल्या को वापस लाने की कोशिशों का 'फायदा' मिलेगा.
उन्होंने कहा, 'यह विधि प्रवर्तन एजेंसियों की सफलता है. मुझे यकीन है कि उन्हें वापस लाने की कोशिशों का फायदा मिलेगा.' सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तारी विधि प्रवर्तन एजेंसियों एवं सरकार के मजबूत संकल्प को भी दिखाती है.
सीबीआई प्रमुख के तौर पर सिन्हा के कार्यकाल में ही माल्या के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया गया था. यह मामला आईडीबीआई बैंक से संबंधित 900 करोड़ रुपये से अधिक की कथित ऋण चूक से जुड़ा था और तब ऋणदाता भी माल्या के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के इच्छुक नहीं थे.
2014 से 2016 के बीच सीबीआई प्रमुख के तौर पर सिन्हा ने बैंक धोखाधड़ी एवं कर्ज चूक के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया था.
इससे पहले सिन्हा ने मुंबई में बैंककर्मियों के एक सम्मेलन में कहा था, 'जनता में यह संदेश जा रहा है कि धनी एवं ताकतवर लोग धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के दुष्परिणामों से बच सकते हैं जबकि आम नागरिकों पर तेजी से मामला दर्ज हो जाता है. इससे कानून-व्यवस्था में लोगों का विश्वास कम होता है जो एक लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.' उन्होंने कहा था कि एजेंसी के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद बैंकों ने सीबीआई में शिकायत दर्ज नहीं कराई और 'हमें खुद से मामला दर्ज करना पड़ा.' माल्या को भारत के अनुरोध पर लंदन में स्कॉटलैंड यार्ड (पुलिस) ने धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर प्रत्यर्पण के लिए मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. उद्योगपति को भारत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ था.
उन्होंने कहा, 'यह विधि प्रवर्तन एजेंसियों की सफलता है. मुझे यकीन है कि उन्हें वापस लाने की कोशिशों का फायदा मिलेगा.' सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तारी विधि प्रवर्तन एजेंसियों एवं सरकार के मजबूत संकल्प को भी दिखाती है.
सीबीआई प्रमुख के तौर पर सिन्हा के कार्यकाल में ही माल्या के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया गया था. यह मामला आईडीबीआई बैंक से संबंधित 900 करोड़ रुपये से अधिक की कथित ऋण चूक से जुड़ा था और तब ऋणदाता भी माल्या के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के इच्छुक नहीं थे.
2014 से 2016 के बीच सीबीआई प्रमुख के तौर पर सिन्हा ने बैंक धोखाधड़ी एवं कर्ज चूक के खिलाफ कार्रवाई पर जोर दिया था.
इससे पहले सिन्हा ने मुंबई में बैंककर्मियों के एक सम्मेलन में कहा था, 'जनता में यह संदेश जा रहा है कि धनी एवं ताकतवर लोग धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के दुष्परिणामों से बच सकते हैं जबकि आम नागरिकों पर तेजी से मामला दर्ज हो जाता है. इससे कानून-व्यवस्था में लोगों का विश्वास कम होता है जो एक लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.' उन्होंने कहा था कि एजेंसी के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद बैंकों ने सीबीआई में शिकायत दर्ज नहीं कराई और 'हमें खुद से मामला दर्ज करना पड़ा.' माल्या को भारत के अनुरोध पर लंदन में स्कॉटलैंड यार्ड (पुलिस) ने धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर प्रत्यर्पण के लिए मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. उद्योगपति को भारत ने भगोड़ा घोषित किया हुआ था.
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